इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के संगठन IRF पर लगा प्रतिबंध 5 साल के लिए बढ़ाया गया, जानें क्या है पूरा मामला
नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक के नेतृत्व वाले इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) पर लगाए गए प्रतिबंध को सोमवार को 5 साल के लिए बढ़ा दिया। आपको बता दें कि इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक पर सरकार ने जब कार्रवाई शुरू की तो वो देश छोड़कर भाग गया था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक जाकिर नाइक अभी मलेशिया में रह रहा है। हालांकि भारत छोड़ने के बाद वो ब्रिटेन गया था लेकिन वहां पर भी उस पर प्रतिबंध लग गया जिसके बाद उसने मलेशिया की तरफ अपना रुख कर दिया और अभी वो वहीं पर है।
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साल 2016 में IRF पर हुई थी कार्रवाई
साल 2016 में केंद्र सरकार ने जाकिर नाइक के संगठन आईआरएफ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे गैरकानूनी संगठन घोषित किया गया था और अब सरकार ने उस पर लगा प्रतिबंध 5 साल के लिए बढ़ा दिया है। गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि आईआरएफ उन गतिविधियों में शामिल है, जो देश की सुरक्षा के लिए हानिकारक हैं और जिनमें शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने तथा देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को बिगाड़ने की क्षमता है।
गृह मंत्रालय ने कहा कि जाकिर नाइक के बयान और भाषण आपत्तिजनक और विध्वंसक हैं तथा उनके माध्यम से वह धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी और नफरत को बढ़ावा दे रहा है। जाकिर नाइक भारत और विदेशों में एक खास धर्म के युवाओं को आतंकवादी कृत्य करने के लिए प्रेरित कर रहा है।
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कुछ वक्त पहले जाकिर नाइक को लेकर एक रिपोर्ट सामने आई थी। जिसमें उसके आलीशान तरीके से रहने की बातें कही गई थी। आपको बता दें कि जाकिर नाइक मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर के कुछ दूर रबर के पेड़ों के लिए जाने जाने वाले इलाके ‘पुत्रजय’ में रहता है। जहां पर वीवीआईपी लोगों के आवास हैं। जाकिर नाइक अपने भाषाणों के माध्यम से लोगों को बरगलाने का काम करता है। जिसकी वजह से सामाजिक ताना-बाना बिगड़ सकता है। इसी वजह से उसके संगठन पर लगे प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया।