भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को WHO से मिली आपात इस्तेमाल की मंजूरी, स्वास्थ्य मंत्री ने दी बधाई
छोटी दिवाली के दिन आज दुनिया ने भारत की मेडिकल पहुंच को माना है। कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ के द्वारा मंजूरी मिल गई है। कोवैक्सीन यानी भारत के द्वारा कोविड से लड़ाई करने वाला वो वैक्सीन जिसे भारत ने निर्मित किया है। अब उसे डब्ल्यूएचओ का सर्टिफिकेशन मिला है। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इमरजेंसी यूज लिस्टिंग(EUL) के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मंजूरी मिली। कोवैक्सीन को डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिलने के बाद अब वैक्सीन लेने वाले बिना रोक-टोक के विदेश यात्रा कर सकेंगे।
इसे भी पढ़ें: ऑस्ट्रेलिया ने भारत के COVAXIN को दी मान्यता, PM मोदी ने कहा- धन्यवाद स्कॉट मॉरिसन
स्वास्थ्य मंत्री ने ICMR और भारत बायोटेक के वैज्ञानिकों को दी बधाई
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने आज मेड-इन-इंडिया कोवैक्सीन को इमरजेंसी यूज लिस्टिंग(EUL) के लिए अनुमति दी। इस अवसर पर मैं ICMR और भारत बायोटेक के वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं।
कोविड-19 के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभाव
कोवैक्सीन ने लक्षण वाले कोविड-19 रोग के खिलाफ 77.8 प्रतिशत प्रभाव दिखाया है और वायरस के नये डेल्टा स्वरूप के खिलाफ 65.2 प्रतिशत सुरक्षा दर्शाई है। कोवैक्सीन विकसित करने वाली हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने 19 अप्रैल को टीके की आपात उपयोग सूचीबद्धता (ईयूएल) के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन को रूचि पत्र सौंपा था। इसके बाद से ही कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने का इंतजार था।
🆕 WHO has granted emergency use listing (EUL) to #COVAXIN® (developed by Bharat Biotech), adding to a growing portfolio of vaccines validated by WHO for the prevention of #COVID19. pic.twitter.com/dp2A1knGtT
— World Health Organization (WHO) (@WHO) November 3, 2021