नैनीताल में फटा बादल, चारधाम यात्रा ठप! आफत की बारिश ने उत्तर से दक्षिण भारत तक मचाया कहर

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नैनीताल जिले के रामगढ़ गांव में मंगलवार की सुबह बादल फटने की सूचना है जिसके बाग लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि पुलिस दल और प्रशासन मौके पर पहुंच गया है। नैनीताल की एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी के अनुसार, कुछ घायलों को मौके से बचा लिया गया है, लेकिन उनकी वास्तविक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है। जिले में सरोवर ओवरफ्लो हो गया है, जो सड़कों पर पानी भरकर भवन व घरों में घुस गया है। 
 

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नैनीताल में बादल फटा
उत्तराखंड में लगातार बारिश से नेपाल से आए तीन मजदूरों की सोमवार को मौत हो गई और रविवार तक हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचे चारधाम तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार होने तक हिमालय के मंदिरों में नहीं जाने को कहा गया है। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदांडे ने बताया कि मजदूर पौड़ी जिले के लैंसडाउन के समीप समाखल में एक तंबू में ठहरे हुए थे, तभी बारिश के कारण ऊपर एक खेत से मलबा गिर रहा था, जिससे वे जिंदा दब गए। केदारनाथ में रविवार रात से ही बारिश हो रही है लेकिन मंदाकिनी नदी अपने सामान्य स्तर पर बह रही है। मौसम विभाग ने 17 से 19 अक्टूबर के बीच उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश, बिजली गिरने, ओलावृष्टि और तेज हवाओं (60-70 किमी प्रति घंटे) की भविष्यवाणी की है। 
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है रामनगर-रानीखेत मार्ग स्थित लेमन ट्री रिज़ॉर्ट (तस्वीरों में) में लगभग 100 लोग फंस गए थे। वे सभी सुरक्षित हैं और उन्हें बचाने की प्रक्रिया जारी है। नदी के ओवरफ्लो होने से कोसी नदी का पानी रिजॉर्ट में घुसा, रिजॉर्ट का रास्ता अवरूद्ध है।

Around 100 people were stuck at Lemon Tree Resort (in pics) located at Ramnagar-Ranikhet route. All of them are safe & process to rescue them is on. Water from Kosi River entered the resort after the river overflowed, blocking the route to the resort: Uttarakhand DGP Ashok Kumar pic.twitter.com/2UUmWJaaYR

— ANI (@ANI) October 19, 2021

उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश पर प्रधानमंत्री मोदी ने धामी, भटट् से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और मूसलाधार बारिश से प्रभावित राज्य की स्थिति के संबंध में जानकारी हासिल की। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मोदी को राज्य की मौजूदा स्थिति के संबंध में जानकारी दी और बताया कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। प्रधानमंत्री ने भी धामी को स्थिति से निपटने के लिए हर आवश्यक मदद का आश्वासन दिया। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने केन्द्रीय मंत्री अजय भट्ट से भी इस संबंध में बात की। भट्ट उत्तराखंड के ही रहने वाले हैं। उत्तराखंड में सोमवार को बारिश संबंधी घटनाओं में नेपाल के तीन मजदूरों सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दो अन्य घायल हो गए थे। राज्य के अधिकारियों ने चारधाम तीर्थयात्रा के श्रद्धालुओं को मौसम में सुधार होने तक हिमालयी क्षेत्र स्थित मंदिरों की ओर ना जाने की सलाह दी है।
 

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केरल में इदामलयार और पम्पा बांधों के द्वार खोले गए
केरल में जलस्तर में वृद्धि तथा आने वाले दिनों में और बारिश के अनुमान के मद्देनजर इदामलयार और पम्पा बांधों के द्वार मंगलवार को तड़के खोल दिए गए। राज्य सरकार के कक्की और शोलेयार बांध के द्वार खोलने के एक दिन बाद यह कदम उठाया गया है। एर्नाकुलम जिला प्रशासन ने इदामलयार बांध के दो और तीन नंबर के द्वार को 50 सेंटीमीटर तक खोलने की पुष्टि की है। वहीं, पतनमतिट्टा जिला प्रशासन ने पम्पा बांध के तीन और चार नंबर के द्वार को 45 सेंटीमीटर तक खोलने की पुष्टि की। राज्य सरकार ने सोमवार को घोषणा की थी कि पेरियार नदी के इर्द-गिर्द बने इडुक्की बांध, एर्नाकुलम में इदामलयार बांध और पतनमतिट्टा में पम्पा बांध के द्वारों को मंगलवार को खोला जाएगा। केरल में पिछले सप्ताह भारी बारिश के बाद अब कई हिस्सों में हालांकि वर्षा धीमी हुई है, लेकिन इन बांधों में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर होने तथा बुधवार से और बारिश के अनुमान के मद्देनजर बांधों के द्वार खोलने का निर्णय किया गया है। मौजूदा स्थिति तथा मौसम के और खराब होने के अनुमान के कारण सोमवार को सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में थुला मासम पूजा के लिए तीर्थयात्रा को भी रोक दिया गया था। निचले इलाकों और उन नदियों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और राहत शिविरों में पनाह लेने का सुझाव दिया गया है, जहां के बांध खोले जाने हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) के अनुसार, केरल में 12 से 18 अक्टूबर के बीच बारिश संबंधी घटनाओं में 38 लोगों की मौत हुई है। इस अवधि में कम से कम 90 मकान नष्ट हुए, जबकि 702 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
 
केरल में भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 24 हुई 
नौसेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) द्वारा कीचड़ और मलबे से दो और शव बरामद किये जाने के साथ ही केरल के दक्षिण-मध्य जिलों में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर सोमवार को 24 हो गई। राज्य सरकार ने 12 अक्टूबर से बारिश से संबंधित घटनाओं में मृतकों की संख्या 38 बताई है। अधिकारियों के अनुसार, इसमें कोट्टायम जिले के भूस्खलन प्रभावित कूट्टिकल में मरने वाले लोगों की संख्या 13 हैं, जिनके शव पहले ही बरामद किए जा चुके हैं और 11 लोगों की मौत इडुक्की जिले में बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं में हुई है। इडुक्की जिले के अधिकारियों ने कहा कि नौसेना, एनडीआरएफ, दमकलकर्मी और अन्य लोग कोक्कयार और जिले के अन्य क्षेत्रों में बचाव अभियान में लगे हुए हैं, जो 16 अक्टूबर को कई भूस्खलन से तबाह हो गए थे और जहां एक और व्यक्ति के लापता होने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले से आज दो और शव बरामद किए गए, जिससे वहां मरने वालों की संख्या 11 हो गई।
 
बचाव दल ने 16 अक्टूबर को इडुक्की जिले के कंजार इलाके में बाढ़ के पानी में बह गई एक कार में यात्रा कर रहे एक पुरुष और एक महिला के शव बरामद किए थे। इडुक्की की जिलाधिकारी शीबा जॉर्ज ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘अब तक हमें 11 लोगों के शव मिले हैं। एक व्यक्ति अभी भी लापता है। नौसेना और एनडीआरएफ की तलाश जारी रहेगी।’’ इस बीच, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने कहा कि पूरे केरल में बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं में 12 से 18 अक्टूबर के बीच 38 लोगों की मौत हुई है। एसडीएमए के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘12 अक्टूबर से अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें कोट्टायम के कूट्टिकल के 13 और इडुक्की के 11 लोग शामिल हैं।’’ केरल में बारिश से संबंधित विभिन्न घटनाओं में मलप्पुरम के तीन, अलाप्पुझा, तिरुवनंतपुरम और कन्नूर के दो-दो, कोल्लम, कोझीकोड, पठानमथिट्टा, त्रिशूर और पलक्कड़ के एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। एसडीएमए की रिपोर्ट के अनुसार, 12 अक्टूबर से अब तक बारिश में कम से कम 90 मकान नष्ट हो गए हैं, जबकि 702 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस रहा
राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि सुबह आर्द्रता का स्तर 91 फीसदी दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था और बारिश से मौसम ठंडा होने के कारण अधिकतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार की सुबह ‘संतोषजनक’ (59) श्रेणी में दर्ज किया गया। आनंद विहार में एक्यूआई ‘संतोषजनक’ रहा और आईटीओ, दिल्ली, आरकेपुरम और पूसा में एक्यूआई ‘अच्छी’ श्रेणी में दर्ज किया गया। एक्यूआई को शून्य और 50 के बीच अच्छा , 51 और 100 के बीच संतोषजनक , 101 और 200 के बीच मध्यम , 201 और 300 के बीच खराब , 301 और 400 के बीच बहुत खराब और 401 और 500 के बीच गंभीर श्रेणी में माना जाता है। आईएमडी ने मंगलवार को दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलने का अनुमान जताया है।
उत्तर से दक्षिण भारत तक बारिश का कहर, जारी किया गया रेड अलर्ट
उत्तर भारत के कई हिस्सों में सोमवार को भारी बारिश हुई जिसके कारण उत्तराखंड में वर्षाजनित घटनाओं में पांच लोगों की जान चली गयी। इस बीच, केरल में भारी वर्षा के कारण दस बांधों को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में 1960 के बाद पहली बार इस साल अक्टूबर के महीने में सबसे अधिक वर्षा हुई। शहर में 93.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी है। राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश एवं तेलंगाना के कई क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भारी बारिश एवं खराब मौसम के कारण खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को निर्धारित अपनी चुनावी सभाओं को स्थगित कर दिया जबकि उत्तर प्रदेश के बुढाणा में समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव की रैली रद्द करनी पड़ी क्योंकि सभा स्थल पर पानी भर गया था।
बारिश के कारण चारधाम यात्रा रोकी गयी
उत्तराखंड में प्रशासन ने रविवार तक हरिद्वार एवं ऋषिकेश पहुंच चुके चारधाम यात्रा के तीर्थयात्रियों को मौसम में सुधार आने तक आगे नहीं बढ़ने की सलाह दी है। राज्य में वर्षा जनित घटनाओं में नेपाल के तीन श्रमिकों समेत पांच लोगों की मौत हो गयी तथा दो अन्य घायल हो गये। पौड़ी के जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि जिले में लैंसडौन क्षेत्र के समखाल में भारी बारिश के चलते खेत का मलबा मजदूरों के टैंट पर आ गिरा जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों को उपचार के लिये बेस अस्पताल कोटद्वार भेजा गया है। उधर, चंपावत जिले के सेलखोला में मकान ढह जाने से दो लोगों की जान चली गयी। राज्य आपात अभियान केंद्र ने यह जानकारी दी। ऋषिकेश में यात्री वाहनों को चंद्रभागा पुल, तपोवन, लक्ष्मण झूला एवं मुनी की रेती भद्रकाली बैरियर पार नहीं करने दिया जा रहा है।
पुष्कर सिंह धामी ने किया आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में सचिवालय में राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया एवं मौसम संबंधी नयी जानकारियां हासिल की तथा सड़कों एवं राजमार्गों की स्थितियां जानी। केरल में भारी बारिश के चलते रविवार तक 22 लोगों की मौत हो गयी तथा तटबंध क्षेत्रों में जलस्तर बढ़ रहा है। राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने बताया कि दस बांधों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है तथा सबरीमला मंदिर के लिए तीर्थाटन रोक दिया गया है। राजन एवं राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने बताया कि काक्की बांध से 100-200 क्यूमेक्स पानी छोड़ने के लिए उसे खोलने का फैसला किया गया है जिससे पंपा नदी में जलस्तर करीब 15 सेंटीमीटर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि बांध में जलस्तर के खतरनाक स्तर के पार चले जाने के कारण यह फैसला किया गया है, साथ ही 20 अक्टूबर तक भारी वर्षा की आशंका को भी ध्यान में रखा गया है। दिल्ली में भारी वर्षा से कई स्थानों पर यातायात जाम लग गया। शहर में न्यूनतम तापमान 20.1 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो दिग्री कम है। यहां रविवार सुबह साढे आठ बजे से सोमवार सुबह आठ बजे तक 87.9 मिलीमीट वर्षा हुई। इस साल राष्ट्रीय राजधानी में अक्टूबर में 94.6 मिलीमीटर वर्षा पहले ही चुकी है। मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटों में (रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) बारिश हुई। 
मौसम विज्ञान विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी के साहा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अगले कुछ दिनों तक और बारिश होने की संभावना है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं खराब मौसम के कारण खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सोमवार को निर्धारित अपनी चुनावी सभाओं को स्थगित कर दिया। कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में वर्षा हुई। मौसम विज्ञान विभाग ने दक्षिण बंगाल के सभी जिलों में भारी वर्षा का अनुमान लगाया है जहां सोमवार को मौसम खराब रहा। विभाग के अनुसार दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीद्वारपुर में भारी वर्षा हो सकती है। उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, मेरठ जैसे जिलों में रविवार सुबह से भारी वर्षा हो रही है जिससे जलभराव, बिजली आपूर्ति बाधित होने जैसी समस्याएं पैदा हो गयीं। राजस्थान में पिछले 24 घंटों के दौरान अनेक जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
 
मौसम विभाग के अनसार इस दौरान सबसे अधिक 158 मिलीमीटर बारिश बारां जिले के किशनगढ़ में दर्ज की गई। वहीं करौली के सापोटरा में 130 मिमी. बारिश हुई। इसी तरह हिंडौन, करौली शहर, रूपवास व मंगरोल में क्रमश: 122, 107, 82व 81 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में सोमवार को भारी बारिश के बाद आयी बाढ़ से राष्ट्रीय राजमार्ग पांच को मूरंग से जोड़ने वाला लिंक रोड बंद हो गया।

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