मजदूरों की हत्या पर बिहार में राजनीतिक बवाल, तेजस्वी का सरकार से सवाल, मांझी बोले- हमें सौंप दो कश्मीर, 15 दिन में सुधार देंगे

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जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने आम लोगों को निशाना बनाना शुरू किया कर दिया है। इन सबके बीच अब तक आतंकियों ने 9 लोगों की हत्या कर दी है। इन 9 लोगों में ज्यादातर गैर कश्मीरी हैं जिनमें से तीन बिहारी की भी मौत हुई है। यह तीनों बिहारी मजदूर वहां काम करने गए थे। आतंकियों ने इन्हें निशाना बनाया और इनकी हत्या कर दी। इसको देखते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से फोन पर बात की है और बिहार के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है। जम्मू कश्मीर में बिहार के लोगों की हत्या को लेकर अब बिहार में राजनीति तेज हो गई है। विपक्ष सीधे-सीधे मोदी सरकार और बिहार के नीतीश सरकार पर हमलावर हो गया है।

सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवज़ा देती है लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर 2 लाख रुपए देती है। गजब!

“अन्याय के साथ विनाश” ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है।

— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2021

तेजस्वी का सवाल
बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार और भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार की डबल मार। बिहार में नौकरी रोजगार नहीं देंगे और बाहर जाने पर मार दिए जाओगे। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर में जान कमाने वाले मजदूरों को 2 लाख दिए जाने पर भी तेजस्वी ने सवाल उठाएं। तेजस्वी ने कहा कि सर्पदंश और ठनके से मौत पर बिहार सरकार 4 लाख का मुआवज़ा देती है लेकिन सरकार की नाकामी के कारण पलायन कर रोजी-रोटी के लिए बाहर गए बिहारी श्रमवीरों को आतंकवादियों द्वारा मारे जाने पर 2 लाख रुपए देती है। गजब! इसके साथ ही तेजस्वी ने तंज भरे लहजे में कहा कि अन्याय के साथ विनाश ही नीतीश-भाजपा सरकार का मूल मंत्र है।
 

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सरकार पर हमला
तेजस्वी ने कहा कि कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा आज फिर बिहार के दो श्रमवीरों को मौत के घाट उतारने की दुखद खबर सुन मर्माहत हूँ। यह डबल इंजन सरकार की इंटेलिजेंस व सिक्योरिटी फ़ेल्योर है। नीतीश जी की गलत नीतियों की वजह से रोज़ी-रोटी के लिए पलायन करने वाले श्रमिकों को अब जान से हाथ धोना पड़ रहा है। बिहारवासियों की नृशंस हत्या के दोषी नीतीश कुमार और उनकी निकम्मी सरकार भी है। अगर एनडीए सरकार ने विगत 16 साल से किए जा रहे ‘सुशासन’ के दावे  के अनुरूप सचमुच रोजगार सृजन पर गम्भीरता से कुछ भी किया होता तो करोड़ों बिहारवासियों को हर वर्ष पलायन और मरने के लिए विवश नहीं होना पड़ता।
भाजपा ने क्या कहा?
बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि हम पाकिस्तान समर्थित इस कायराना हमले की निंदा करते हैं। हम गैर-स्थानीय प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा की बेहतरी के लिए काम करेंगे। वहीं बिहार सरकार के मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने एक बार फिर दो बिहारी मजदूरों की हत्या का घृणित कार्य किया है। आतंकियों की गोली का शिकार होकर एक मजदूर जख्मी भी है। आतंकियों ने हद पार करने की हिमाकत की है। देश की सेना उसे बख्शेगी नहीं।
 

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मांझी की मांग
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ट्वीट कर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से अलग ही मांग कर दी है। अपने मांग में मांझी ने कहा कि 15 दिनों के लिए जम्मू-कश्मीर हम बिहारियों को सौंप दीजिए, सुधार देंगे। मांझी ने कश्मीर में लगातार हमारे निहत्थे बिहारी भाईयों की हत्या की जा रहीं है जिससे मन व्यथित है। अगर हालात में बदलाव नहीं हो पा रहें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी से आग्रह है, कश्मीर को सुधारने की जिम्मेवारी हम बिहारियों पर छोड दिजिए 15 दिन में सुधार नहीं दिया तो कहिएगा।
 

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