केरल के कई हिस्सों में भारी बारिश, पांच जिलों में रेड अलर्ट
तिरुवनंतपुरम। केरल के दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में शनिवार को भारी बारिश हुई, जिसके कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया और कई नदियां उफान पर आ गईं। मौसम विभाग के अधिकारियों ने राज्य के पांच जिलों में अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से दी गयी नवीनतम जानकारी के मुताबिक पथनमथिट्टा, कोट्टायम, एर्णाकुलम, इडुक्की और त्रिशूर जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
इसके अलावा तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलाप्पुझा, पलक्कड, मलाप्पुरम, कोझिकोड और वायनाड जिलों के लिए बहुत भारी वर्षा की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
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आईएमडी ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, “केरल तट से दूर दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के परिणामस्वरूप केरल में 17 अक्टूबर की सुबह तक अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा 18 अक्टूबर को छिटपुट स्थानों में भारी वर्षा और 19 अक्टूबर की सुबह से वर्षा में कमी आने की संभावना है।”
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अरब सागर के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण राज्य में व्यापक स्तर पर भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
विजयन ने राज्य के लोगों से अगले 24 घंटे के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील करते हुए एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि दक्षिण और मध्य जिलों में बारिश पहले ही शुरू हो चुकी है तथा मौसम पूर्वानुमान के अनुसार शाम तक उत्तरी जिलों में भी बारिश तेज हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश के परिणामस्वरूप कुछ नदियों में जल स्तर बढ़ने की आशंका है तथा कुछ बांधों के गेट खोले जाने की भी आशंका है। उन्होंने नदियों और बांधों के आस-पास के क्षेत्रों में रहने वालों को अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा है।
राजधानी तिरुवनंतपुरम के चम्पकमंगलम में लगातार भारी बारिश के कारण शुक्रवार की रात एक घर की दीवार का एक हिस्सा गिर गया। इस हादसे मेंघर में सो रहे दो बच्चों को मामूली चोटें आई हैं।
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तिरुवनंतपुरम के जिलाधिकारी नवजोत खोसा ने लोगों को जिले में भारी बारिश के मद्देनजर पर्यटन स्थलों के अलावा नदियों और अन्य जल निकायों के पास जाने से बचने की सलाह दी है।
अधिकारियों ने कहा कि बढ़ते जल स्तर को देखते हुए यहां नय्यर बांध के चार गेट कुल 240 सेंटीमीटर तक उठाए गए थे। इसके अलावा अरुविक्कारा बांध के गेटों को 310 सेमी से बढ़ाकर 350 सेमी तक खोला जाएगा।
भारी बारिश के कारण कोल्लम और कोट्टयम जिलों सहित कई स्थानों पर सड़कों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है, जबकि कुट्टनाड क्षेत्र में भीषण जलभराव ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है।
इस बीच, राजस्व मंत्री के राजन ने आपदा प्रबंधन कार्यक्रमों के साथ समन्वय करने और राज्य भर में बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए आज दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों के साथ एक बैठक की।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने 2018 में भीषण बाढ़ के दौरान व्यापक विनाश देखने वाले पठानमथिट्टा जिले में विधायकों की एक डिजिटल बैठक बुलाकर मौजूदा हालात पर चर्चा की।
भारी बारिश के कारण मीनाचल और मनीमाला समेत कई नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।