हथियार सप्लायरों की तलाश में मेरठ ने NIA की छापेमारी
मेरठ,उत्तर प्रदेश के मेरठ में एनआईए ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बार फिर छापेमारी की है। मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे मेरठ के थाना किठौर के राधना में फिर राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए और चंडीगढ़ पुलिस के साथ छापेमारी से हड़कंप मच गया। हथियार सप्लायरों की तलाश में एनआइए ने दो घरों में लगभग पांच घंटे तक स्थानीय पुलिस के साथ तलाशी अभियान चलाया, हालांकि टीम किसी को अपने साथ नही लेकर गई है। जांच एजेंसी की इस कार्रवाई राधना में अफरातफरी का माहौल रहा। हालांकि पुलिस इस मामले में कोई भी जानकारी होने से इनकार कर रही है।
मेरठ में पहले भी एनआईए छापेमारी कर चुकी है। बता दें कि हथियार सप्लाई करने के मामले में मेरठ हमेशा एनआईए के निशाने पर रहा है। मेरठ से हथियार सप्लाई करने के कई मामले सामने आ चुका है। जानकारी के अनुसार किठौर थाना क्षेत्र में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राधना गांव में सुबह तीन बजे और दोपहर 1:00 बजे खिलाफत और भूरे के घर पर छापा मारा। राधना गांव में जलीस व खिलाफत के घर फोर्स की लगभग 4-4 गाड़िया पहुँची। फोर्स ने दोनों के अलग अलग घरों में एक साथ दबिश दी। बताया गया कि एनआईए को दोनों आरोपी फरार मिले।
छापेमारी के दौरान आरोपियों के घर का मुख्य द्वार बंद कर किसी भी स्वजन को बाहर नहीं जाने दिया गया। टीम ने सभी के मोबाइल फ़ोन कब्जे में ले लिए। महिला पुलिस ने घर की महिलाओं से पूछताछ की। पुलिस ने जलीस और खिलाफत के बारे में जानकारी की। दोनों ही घर नहीं मिले। टीम ने घर मे रखा सभी सामान की गहनता के साथ जांच पड़ताल की। टीम ने घर मे कुछ कागजात व मोबाइल सिम कब्जे लिए जाने की बात स्वजन द्वारा बताई जा रही है।
सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि खिलाफत के बेटे सोनी के बारे में भी टीम ने पूछताछ की। बताया जा रहा है कि सोनी पर चंडीगढ़ व अन्य प्रदेशों में कई संगीन मामले दर्ज है। वहीं जलीस और खिलाफत हथियार सप्लायर बताए जा रहे है। कार्रवाई से राधना में हड़कंप मच गया। इस छापेमारी की कार्रवाई में स्थानीय पुलिस को भी शामिल नहीं किया गया।
बता दें कि मेरठ के किठौर, सरधना, मवाना, हस्तिनापुर, रोहटा, सरूरपुर और लिसाड़ीगेट में अवैध हथियार बनाने का धंधा चलता है। जिसका कई बार मेरठ पुलिस खुलासा कर चुकी है। दिल्ली पुलिस भी कई बार मेरठ में बने अवैध हथियार बरामद कर चुकी है।