लखीमपुर खीरी हिंसा: सोमवार को देश भर में जिलाधिकारियों के कार्यालय के सामने प्रदर्शन करेंगे किसान

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संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में कुछ प्रदर्शनकारी किसानों को कथित रूप से दो ‘एसयूवी’ वाहनों से कुचले जाने की घटना के खिलाफ सोमवार को देशभर में जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।

यह जानकारी किसान नेता योगेंद्र यादव और दर्शन पाल सिंह ने रविवार को दी।
इसके साथ ही उन्होंने इस घटना की जांच उत्तर प्रदेश प्रशासन के बजाय उच्चतम न्यायालय के एक सेवारत न्यायाधीश से कराने की मांग की है।

 

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अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के लखीमपुर खीरी दौरे से पहले रविवार को किसान आंदोलन स्थल पर हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई, जिसमें किसान और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, दोनों शामिल हैं।

सिंह ने कहा,‘‘ रविवार की घटना पर विरोध जताने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा ने सोमवार को देशभर में पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न एक बजे तक सभी जिलाधिकारियों और आयुक्तों के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करने का आह्वान किया है।’’

किसान नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा का बेटा कथित रूप से दुर्घटना में शामिल एक ‘स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल’ एसयूवी कार में सवार था।

सिंह और यादव ने डिजिटल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम केंद्रीय गृह राज्यमंत्री एवं खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा को तत्काल उनके पद से बर्खास्त करने की मांग करते हैं। हम भारतीय दंड संहिता की धारा-302 (हत्या) के तहत मंत्री के बेटे और अन्य गुंडों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हैं।’’

एसकेएम 40 किसान संगठनों का एक मंच है, जो केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है।
मोर्चा ने दावा किया कि घटना में कम से कम चार किसानों की मौत हुई है।

उन्होंने प्रदर्शन में शामिल लोगों से शांति बनाए रखने की भी अपील की।
संवाददाता सम्मेलन के बाद जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘संयुक्त किसान मोर्चा को चार किसानों… लवप्रीत सिंह (20), दलजीत सिंह (35), नछत्तर सिंह (60) और गुरविंदर सिंह (19) के मारे जाने की जानकारी मिली है। करीब 12 से 15 लोग घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं।

मोर्चा सभी शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि देता है।’’
यादव और सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद मिश्रा ने कुछ ही दिन पहले प्रदर्शन में शामिल किसानों को अजीब सी धमकी दी थी।
उन्होंने रेखांकित किया कि केन्द्रीय मंत्री की धमकी के कुछ ही दिन बाद किसानों के साथ ऐसा भयानक हादसा हुआ है।

गौरतलब है कि कि खीरी के तिकोनिया-बनबीरपुर रोड पर उपमुख्यमंत्री मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर दो एसयूवी वाहन चढ़ाए जाने के बाद हिंसा भड़क गई।

खबर के मुताबिक नाराज किसानों ने दोनों वाहनों को रोक लिया और उनमें आग लगा दी। उन्होंने कथित तौर पर वाहन में सवार यात्रियों की भी पिटाई की। किसान मौर्य के बनबीरपुर गांव के दौरे का विरोध करने के लिए जमा हुए थे जो मिश्रा का पैतृक गांव है।
मोर्चा ने अपने बयान में आरोप लगाया है, ‘‘इसकी पुष्टि हुई है कि किसान जब हेलीपैड पर प्रदर्शन के बाद वहां से हट रहे थे, उसी वक्त आशीष मिश्रा तेनी (केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा तेनी के पुत्र) तीन वाहनों के साथ आए और किसानों के कुचलते हुए आगे निकल गए, उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा के नेता तजीन्दर सिंह विर्क पर सीधे-सीधे गाड़ी चढ़ाने का प्रयास करके उनपर हमला किया।’’

किसान संगठन ने आरोप लगाया कि जिस जगह पर हिंसा हुई है वहां गोलियां भी चली हैं। उसने कहा, ‘‘गोलियां भी चली हैं और एक व्यक्ति की मौत आशीष मिश्रा तेनी (मंत्री के पुत्र) और उनकी टीम द्वारा चलायी गयी गोली लगने से हुई है।’’

 

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यादव ने दावा किया कि ऐसी घटना आंदोलन को तोड़ने की साजिश है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह आंदोलन को तोड़ने की साजिश है। हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रखेंगे। हम आगे के कदम पर विचार करने के लिए जल्दी ही बैठक बुलाएंगे।’’
मोर्चा ने किसानों के खिलाफ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की टिप्पणी को लेकर उनकी भी आलोचना की।

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