लखीमपुर खीरी में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर कथित रूप से दो वाहनों से कुचले जाने के बाद भड़की हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई। इसको लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस ने इस मामले की न्यायिक जांच एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग कर दी है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला किया है तो वहीं राहुल गांधी ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी का दौरा करेंगी तो वहीं मायावती ने इसे क्रूरता करार दिया है।
कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्यमंत्री के पुत्र द्वारा, गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय और क्रूर कृत्य है।
राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी में रविवार की घटना के बाद भी चुप रहने वाले पहले ही मर चुके हैं और कहा कि किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। राहुल गांधी ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘जो इस अमानवीय नरसंहार को देखकर भी चुप है, वो पहले ही मर चुका है। लेकिन हम इस बलिदान को बेकार नहीं होने देंगे- किसान सत्याग्रह ज़िंदाबाद।’’ उन्होंने इस ट्वीट के साथ, मीडिया की एक खबर का एक स्क्रीनशॉट भी पोस्ट किया जिसमें दावा किया गया है कि लखीमपुर खीरी में भाजपा के एक नेता की कार ने किसानों को कुचला और वाहन में आगजनी की गई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सवाल किया कि किसानों को इस देश में रहने का अधिकार है या नहीं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है। किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।’’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “कृषि कानूनों का शांतिपूर्ण विरोध कर रहे किसानों को भाजपा सरकार के गृह राज्य मंत्री के पुत्र द्वारा गाड़ी से रौंदना घोर अमानवीय क्रूर कृत्य है।” यादव ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट में मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘लखीमपुरी खीरी में भाजपाइयों द्वारा गाड़ी से रौंदे जाने की घटना में गंभीर रूप से घायल किसान नेता तेजिन्दर सिंह विर्क जी से अभी थोड़ी बात हो पाई, उनकी अति गंभीर स्थिति को देखते हुए सरकार उन्हें सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराए। ’’ अखिलेश ने आगे लिखा, ‘‘बस एक मांग, मुख्यमंत्री इस्तीफा दें।’’ बसपा अध्यक्ष और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कहा, “उप्र के जिला लखीमपुर खीरी में तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद। यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाती है जो कि इनका असली चेहरा भी है।” उन्होंने कहा, “इस घटना के संबंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वयं ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह मांग। साथ ही, बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमंडल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश।”
भाजपा देश के किसानों से कितनी नफ़रत करती है? उन्हें जीने का हक नहीं है? यदि वे आवाज उठाएँगे तो उन्हें गोली मार दोगे, गाड़ी चढ़ाकर रौंद दोगे? बहुत हो चुका। ये किसानों का देश है, भाजपा की क्रूर विचारधारा की जागीर नहीं है।
किसान सत्याग्रह मजबूत होगा और किसान की आवाज और बुलंद होगी।