राष्ट्रव्यापी बंद का पाकुड़ में रहा मिला जुला असर
- पाकुड़ बन्द रहा असरदार : उदय लखवनी और श्याम यादव
झारखण्ड/पाकुड़ : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर समान विचार धारा के दल द्वारा समर्थित भारत बंद का पाकुड़ में मिला जुला असर देखा गया।
प्रातः काल जिला मुख्यालय स्थित गाँधी चौक, इंदिरा चौक, आम्बेडकर चौक आदि में कांग्रेस, झामुमो, सीपीआईएम के कार्यकर्ताओं द्वारा बेंच, मोटरसाइकिल आदि लगाकर सड़क को जाम कर दिया गया। जिससे आम नागरिक को रास्ता बदल कर आवागमन करना पड़ा।
वहीं तांती पड़ा रोड एवं फटकपार बंद का आंशिक असर रहा। लंबी दूरी के सभी भारी वाहन बंद रहे। सड़को पर ऑटो सहित चार पहिया वाहनों का आवागमन बंद रहे।
बैंक, डाकघर, कोर्ट परिसर व अन्य कार्यालय खुला रहे किन्तु अन्य दिनों के अपेक्षाएं भीड़ कम रही। हरिणडंगा व इंद्रा चौक के लगभग सभी दुकानें बंद रही।
संयुक्त किसान मोर्चा के समर्थन एवं केंद्र की मोदी सरकार के कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ एक दिवसीय भारत बंद संयुक्त रूप से की गयी। जिसमें मुख्य रूप से कांग्रेस जिला अध्यक्ष उदय लखमानी, झामुमो जिला अध्यक्ष श्याम यादव, राजद जिला अध्यक्ष गोपिन हेम्ब्रम, सीपीआईएम के माणिक दुबे ने महागठबंधन के अगुवाई में जोरदार तरीके से 26 सितंबर को देर शाम मसाल जुलूस निकाला एवं आज 27 सितंबर को बाजार बंद एवं चक्का जाम किया।
मौके पर किसानों एवं महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिला अध्यक्ष उदय लखमानी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार की ओर से पारित तीन किसान विरोधी काला कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसान करीब 300 दिन से दिल्ली की सीमा पर धरने पर बैठे हैं। इस धरने के दौरान 600 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। लेकिन मोदी सरकार ने किसानों के साथ इस मामले पर चर्चा करने की जहमत नहीं उठाई और ना ही किसानों की दुर्दशा पर दया की। केंद्र सरकार अपने चंद पूंजीपति मित्रों के आगे नमस्तक हो पूरा देश बेचने को आतुर है। केंद्र सरकार अपने “हठधर्मिता” से संघर्षरत किसानों से बातचीत नहीं कर रही है। जबतक केंद्र सरकार तीनों काला कृषि कानूनों को वापिस नहीं लेगी तब तक हमारा आंदोलन यूँही चलता रहेगा।
आज के बंद को कांग्रेस व झामुमो के जिला अध्यक्ष ने पूर्ण सफल बताया।
: द न्यूज़ के लिए राजकुमार भगत की रिपोर्ट।