दिल्ली में भी कर सकेंगे चारों धाम के दर्शन, देश के दार्शनिक स्थलों का भी संगम होगा पंजाबी बाग का पार्क

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राजधानी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सौंदर्यीकरण का काम लगातार तेजी से चल रहा है। पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके में भी सौंदर्यीकरण का काम लगातार जारी है। यहां रहने वाले 25 वार्डों के 10 से 12 लाख लोगों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल, इस महीने के अंत तक पंजाबी बाग के पास बन रहे भारत दर्शन पार्क का काम पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही पंजाबी बाग के वेस्ट पार्क में एक साथ भारत के कई दर्शनीय स्थलों का आप दीदार कर सकेंगे। इस पार्क में इन दर्शनीय स्थलों को बनाया जा रहा है। उसका काम लगभग पूरा होने वाला है।
 

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इस परियोजना की देखरेख करने वाले एक अधिकारी ने बताया कि यहां चार धाम यानी कि बद्रीनाथ, द्वारिका, पूरी और रामेश्वरम की आकृतियां तैयार की गई हैं और उसे पार्क में खड़ा किया जा रहा है। यहां एक वटवृक्ष भी तैयार किया गया है और साइड बेस पर रखा गया है। कुल मिलाकर देखें तो आकृतियां लगभग तैयार हो चुकी है। सिर्फ उन्हें उनके स्थान पर स्थापित करने का काम बाकी रह गया है। हालांकि जिस एजेंसी को यह काम करने के लिए दिया गया है उसका दावा है कि अगले 10 से 15 दिनों में इसे पूरा कर लिया। 
 

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अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल के प्रतिरूप को हटाने के बाद उसकी जगह उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ, गुजरात के द्वारका धाम, ओडिशा स्थित जगन्नाथ पुरी और तमिलनाडु स्थित रामेश्वरम मंदिर के प्रतिरूप को तैयार किया गया है। जिस जगह गोल्डन टेंपल था वहां अब वटवृक्ष है। चारों धाम के प्रतिरूप मीनाक्षी टेंपल के आस पास ही बने हैं। इन प्रतिरूपों को लगभग 160 वर्ग मीटर के दायरे में बनाया गया है और प्रत्येक की ऊंचाई 20 से 25 फीट है। पाक का थीम विविधता में एकता है जो देश के प्रतिष्ठित स्मारकों जैसे चारमीनार, गेटवे ऑफ इंडिया, कोणार्क मंदिर, नालंदा खंडहर, मैसूर पैलेस, मीनाक्षी मंदिर, हवामहल, हंप्टी खंडहर, विक्टोरिया मेमोरियल, साँची स्तूप जैसे ऐतिहासिक इमारतों को प्रदर्शित करता है।
 

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पार्क, जो 14 राज्यों से प्रतिकृतियों की मेजबानी करेगा, मार्च-अप्रैल 2021 तक पूरा होने की उम्मीद थी। लेकिन कोरोनोवायरस महामारी की दूसरी लहर, मानसून और स्वर्ण मंदिर प्रतिकृति पर विवाद से निर्माण कार्य में देरी हुई। पार्क छह एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसकी शुरुआती अनुमानित लागत लगभग 18-20 करोड़ रुपये थी। सराय काले खां में वेस्ट टू वंडर पार्क के बाद, भारत दर्शन पार्क दूसरा ऐसा पार्क होगा, जिसमें कबाड़ सामग्री से तैयार स्मारकों की प्रतिकृतियां होंगी।
 

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