झारखण्ड/धनबाद (ब्यूरो) : पिछले दिनों झारखंड एकेडमिक काउंसिल की तरफ से 10वीं और 12वीं का रिजल्ट जारी किया गया था। इसमें 9वीं और 11वीं के इंटरनल परीक्षा को आधार बनाकर एक फॉर्मूला तैयार किया गया था। इसी आधार पर मैट्रिक और इंटर का परीक्षा परिणाम जारी किया गया था। इसमें कई विद्यार्थी फेल हो गए हैं।

 

 

वैसे छात्र जो फेल हो गए, उनका आरोप है कि गलत असेसमेंट किया गया है। इसको लेकर पिछले दिनों विद्यार्थियों ने रांची में भी प्रदर्शन किया था। जबकि जैक की तरफ से यह प्रावधान किया गया है कि जो छात्र रिजल्ट से असंतुष्ट हैं, वे दोबारा परीक्षा दे सकते हैं।

 

 

12वीं के रिजल्ट में कम नंबर देने और फेल करने से बड़े पैमाने पर छात्र-छात्राओं में आक्रोश है। शुक्रवार को डीसी कार्यालय में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता बैठक कर रहे थे। एबीवीपी के कुछ नेताओं के साथ स्वास्थ्य मंत्री को अपनी बात बताने छात्राओं का समूह डीसी कार्यालय पहुंचा था। वहां पहुंचते ही जब छात्राओं को रोका गया तो हंगामा शुरू हो गया। एबीवीपी के नेताओंं से भी पुलिस की नोकझोंक हुई।

 

 

 

छात्राएं जबदस्ती डीसी आफिस में घुस गईं। छात्राओं के घुसते ही खलबली मच गई। महिला पुलिस दस्ता बुला लिया गया। छात्राओं को पहले समझाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी तो पुलिस ने बल प्रयोग शुरू कर दिया।

 

 

 

डीसी ऑफिस में नारेबाजी कर रही छात्राओं पर महिला पुलिस बल ने जमकर लाठियां बरसाई। छात्राओं को डीसी ऑफिस से बाहर निकाला गया। बाहर निकालने के बावजूद छात्राएं हंगामा करती रहीं। दफ्तर के बाहर स्थिति को संभालने के लिए फिर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस दौरान एसडीएम खुद नेतृत्व करते रहे। छात्रों के साथ पहुंचे एबीवीपी के नेताओं पर भी पुलिस ने लाठीचार्ज किया। चार छात्राओं और एबीवीपी नेताओं को हिरासत में लिया गया है। लाठीचार्ज में कुछ छात्राओं को चोटें आई हैं। पुलिस की लाठीचार्ज में कई छात्र भी घायल हुए है।

आकाश भगत

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