पदक से चूकी महिला हॉकी टीम,सलीमा के पिता ने कहा टीम ने किया बेहतर प्रदर्शन
सिमडेगा। तोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम आज ब्रिटेन से हारकर कांस्य पदक जीतने से भले ही चूक गई हो लेकिन देश की बेटियों ने अपने जज्बे व जुनून से सबका दिल जीत लिया और साबित कर दिया कि आने वाला वक्त उनका है तथा इस हार से सबक लेकर वह और भी मजबूत बनकर उभरेंगी।
 सिमडेगा में भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य सलीमा टेटे के पिता सुलक्षण टेटे ने आज का तीसरे स्थान के लिए हुआ मैच देखने के बाद यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘मेरी बेटी समेत टीम की सभी बेटियों ने पूरे देश का दिल जीत लिया।’’
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 सुलक्षण ने कहा, ‘‘इतनी परेशानियों में पली बढ़ी उनकी बेटी और ऐसी ही भारतीय टीम की कई बेटियों ने ब्रिटेन की टीम के छक्के छुड़ा दिये।’’
सलीमा के गांव में सुबह से उत्साह का माहौल था। लोग खेती-बाड़़ी का काम छोड़ सलीमा के घर मैच देखने के लिए पहुंच गए थे जहां मुख्यमंत्री के निर्देश पर नयी स्मार्ट टीवी लगायी गयी थी जिससे परिजन हॉकी मैच देख सकें।
 भारतीय टीम के हर गोल पर गांव वाले स्थानीय में बार-बार ‘मार सलीमा मार, गोल मार’ का शोर करते रहे और अपनी टीम का उत्साह बढ़ाने का प्रयास करते रहे।
 कठिन संघर्ष व रोमांच भरे इस मैच में कई बार लोगों की धड़कनें थम गईं। ब्रिटेन ने 4-3 भारतीय महिला टीम को पराजित कर दिया जिससे परिवार व गांव के लोग भी मायूस हो गए। लेकिन सलीमा के पिता सुलक्षण टेटे ने कहा कि भारतीय टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया।
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उन्होंने कहा, ‘‘मैचमें हार-जीत लगी रहती है। भविष्य में टीम और बेहतर प्रदर्शन करेगी।’’
सलीमा की बहन व राष्ट्रीय स्तर की हॉकी खिलाड़ी महिमा टेटे ने कहा कि महिला टीम की हार से निराशा हुई है। परंतु यह भी सच है कि महिला टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसका उसे गर्व भी है। महिमा ने कहा कि उसका भी सपना भारत को ओलिंपिक में गोल्ड दिलाना है। गांव वालों ने बताया कि सलीमा का परिवार काफी संघर्ष कर इस मुकाम तक पहुंचा है। सलीमा का परिवार आज भी खेती-बाड़ी एवं पशुपालन के सहारे गुजर-बसर करता है।

 
                         
                       
                      