गोल्ड स्मलिंग मामले में केरल सरकार की बढ़ी मुश्किलें, इस बड़े नेता का नाम आया सामने
नई दिल्ली : केरल में सत्तारूढ़ पिनाराई विजयन सरकार के लिए परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। सोना तस्करी मामले की जांच कर रहे कस्टम विभाग द्वारा केंद्र को सौंपी गई एक रिपोर्ट में वाम दल समर्थित विधायक करात रजाक का नाम लिया गया है। हालांकि रजाक ने आरोपों से इनकार किया है। मुख्य आरोपी संदीप नायर की पत्नी सौम्या के बाद रजाक का नाम सामने आया, जिसने सोने की तस्करी के मामले में उसकी कथित भूमिका और रजाक के सोने की तस्करी करने वाले गिरोह के साथ संबंध होने का खुलासा किया था।
रजाक ने इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो कभी भी किसी भी आरोपी से नहीं मिले और जो कुछ हो रहा है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। रजाक ने कहा, “यदि चल रही जांच सही ढंग से की जाती है, तो मुझे कभी भी किसी भी जांच एजेंसी द्वारा नहीं बुलाया जाएगा, लेकिन अगर कोई साजिश रची जा रही है, तो शायद मुझे बुलाया जाएगा। जब से मैंने पार्टी बदली है, मुझे झूठे मामले में सभी घेर रहे है। मैं स्पष्ट रूप से इन लोगों में से किसी को भी देखने या मिलने से इनकार करता हूं।”
रजाक ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को छोड़कर वाम दल का दामन थाम लिया और उन्होंने 2016 विधानसभा चुनाव में कोझिकोड जिले की कोडुवली विधानसभा सीट पर 573 वोटों के अंतर से आईयूएमएल उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की थी। रजाक ने कहा, “मेरा सोने की तस्करी का कोई कारोबार नहीं है और मुझे इन नामों के बारे में कुछ नहीं पता, जिन्हें मैंने केवल मीडिया के माध्यम से सुना है।”