मिशन 2024 के मद्देनजर ममता बनर्जीपश्चिम बंगाल से निकलकर देशभर के अलग-अलग राज्यों में अपनी और अपनी पार्टी की पकड़ मजबूत करने के लिए प्रयास कर रही हैं। माना जा रहा है कि ममता बनर्जी अगले सप्ताह दिल्ली का दौरा करेंगी। इसके साथ ही वह विपक्ष के बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगी। ममता बनर्जी ने शहीद दिवस के अवसर पर भाजपा विरोधी पार्टियों को एक साथ आने का आह्वान करते हुए कहा था कि हमें जल्द ही एक फ्रंट बनाना चाहिए। ममता ने कहा था कि भाजपा एक लोकतांत्रिक देश को कल्याणकारी राष्ट्र के बजाय निगरानी वाले राष्ट्र में बदलना चाहती है। बनर्जी ने कहा, ‘‘भाजपा और उसके सत्तावादी शासन का विरोध करने वालों को इसे हराना चाहिए। भाजपा ने देश को अंधेरे में ला दिया है। हम सभी को इसे नई रोशनी में ले जाने के लिए आगे आना होगा।’’
There should be no doubt that Mamata Banerjee masterminded the post-poll political violence.
The goal of the TMC is to play the ‘khela’ of political violence all over India. Do we as Indians want to be victims/part of such a ‘khela’? pic.twitter.com/pH5aYkThVL
— BJP Bengal (@BJP4Bengal) July 21, 2021 ममता के इन्हीं बयानों पर भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने पलटवार किया है। रूपा गांगुली ने कहा कि ममता बनर्जी राज्य में एक भी मामले को ठीक करने में सक्षम नहीं है। राज्य में चुनाव के बाद हिंसा के दौरान करीब 35000 महिलाओं को प्रताड़ित किया गया। रूपा गांगुली ने आगे कहा कि ममता को लगता है कि भारत के सभी लोगों को नहीं पता कि बंगाल में किस तरह के हिंसा हो रही है। ममता बनर्जी 10 सालों से यहां सत्ता में है और उनका कार्यकाल अब भी जारी है। ममता बनर्जी के कार्यकाल 2015-16 के बाद जो कुछ भी हो रहा है क्या सही है? रूपा ने साफ तौर पर कहा कि ममता से बंगाल तो संभल नहीं रहा, वह देश क्या संभाल पाएंगी।
इतना ही नहीं ममता बनर्जी के खेला होबे दिवस के रूप में 16 अगस्त का चयन करने को लेकर भी भाजपा की ओर से चिंता जताई गई है। भाजपा की ओर से कहा गया कि यह स्वतंत्रता से पहले कोलकाता में हुई हत्याओं के तारीख के साथ मेल खाता है। रूपा गांगुली ने कहा कि देखिए सबसे पहले तो ममता बनर्जी बहुत झूठ बोलती हैं। बंगाल में उन्होंने जो हालात पैदा किए हैं वह पूरे भारत में कभी नहीं हुई। रूपा गांगुली ने सवाल किया कि 16 अगस्त को खेला होबे दिवस के रूप में क्यों चुना गया? यह सभी के लिए चिंता का विषय है क्योंकि उस दिन एक काला दिवस जुड़ा हुआ है।