फर्जी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लेकर पहाड़ों पर घूमने पहुंचे 13 पुलिस की गिरफ़्त में
- महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज
नई दिल्ली : कोरोना काल में टूर पर जाना पहले की तरह आसान नहीं रहा। ऐसा इसलिए कि अब कई स्थानों पर टूर पर जाने के लिए पर्यटकों के पास कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों के लिए अपने साथ कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट लाना जरूरी है।
ऐसे में कुछ लोग टूर पर जाने के लिए फर्जी निगेटिव रिपोर्ट का सहारा लेने लगे हैं। उत्तराखंड पुलिस ने ऐसे 13 पर्यटकों को गिरफ्तार किया है, जो कोरोना की फर्जी रिपोर्ट बनवाकर उत्तराखंड में घुस रहे थे। फिलहाल, पुलिस ने इनके खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
- एसओजी की टीम ने चेकिंग के दौरान पकड़ा
इन टूरिस्टों को आशारोड़ी चेक पोस्ट स्थित आरटीओ बैरियर के पास एसओजी की टीम ने सख्ती से चेकिंग के दौरान फर्जी कोरोना रिपोर्ट के आरोप में पकड़ा। चेकिंग के दौरान यूपी की गाड़ी में 10 लोगों को फर्जी कोरोना रिपोर्ट के साथ पकड़ा गया, जबकि दूसरी गाड़ी से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक ये लोग गाजियाबाद और बिहार से उत्तराखंड आ रहे थे।
- अभी तक 100 फर्जी RTPCR निगेटिव रिपोर्ट का चला पता
देहरादून एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि कुछ पर्यटक कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बनवाकर देहरादून आ रहे हैं। चेकिंग के दौरान जब संदेह के आधार पर दो गाड़ियों को रोककर उनमें बैठे पर्यटकों से पूछताछ की गई तो उनके पास से कोरोना की फर्जी निगेटिव रिपोर्ट बरामद हुई।
जांच पड़ताल के बाद आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने फर्जी दस्तावेज बनाने और महामारी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। अभी तक 100 फर्जी RTPCR निगेटिव रिपोर्ट का पता चला है। डीजीपी अशोक कुमार ने भी पूरे मामले पर चिंता जताई और बताया कि कई लोग फर्जी रिपोर्ट के साथ उत्तराखंड में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है।
- ये है नियम
कोविड-19 के दौर में उत्तराखंड में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को लेकर पिछले हफ्ते सरकार ने नए नियम जारी किए थे। ताजा आदेश के मुताबिक बिना होटल रिजर्वेशन और कोविड की निगेटिव रिपोर्ट के कोई भी पर्यटक पर्यटन स्थल पर नहीं जा सकता।