बीआरपी/सीआरपी महासंघ ने सभी वर्चुअल मीटिंग के बहिष्कार का लिया निर्णय
- काला बिल्ला लगा कार्य कर रहे कर्मी
झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा : आज अमड़ापाड़ा प्रखंड बीआरपी/सीआरपी महासंघ ने झारखण्ड प्रदेश महासंघ के आवाहन पर प्रखंड में कार्यरत सभी संकुल साधन सेवी एवं प्रखंड साधन सेवी ने काला बिल्ला लगाकर कार्य किया, यह जानकारी बीआरपी/सीआरपी महासंघ अमड़ापाड़ा प्रखंड अध्यक्ष संदीप कुमार चौबे ने दी।
क्यों है नाराज़ बीआरपी/सीआरपी
विदित हो पिछले 16 वर्षों से लगातार शिक्षा विभाग में निष्ठा पूर्वक कार्य करने के बावजूद विभाग द्वारा सभी प्रकार की सुविधा से इन्हें वंचित रखा गया है।
क्या है प्रमुख माँग
वर्षों से बीआरपी/सीआरपी संघ द्वारा स्थायीकरण, बीमा, मानदेय वृद्धि, अनुसरण भत्ता, मोबाइल रिचार्ज भत्ता आदि मांगों को लेकर कई बार राज्य स्तरीय पदाधिकारियों को मांग पत्र दिया गया परंतु अब तक कोई समाधान नहीं हुआ।
वैश्विक महामारी में भी राज्य परियोजना निदेशक द्वारा अप्रैल 2020 से अब तक अनुसरण भत्ता यह कहकर निर्गत नहीं किया जा रहा है कि विद्यालय बंद है। परंतु वास्तविक स्थिति यह है कि रोज बीआरपी/सीआरपी, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिला प्रशासन के आदेशानुसार क्षेत्र भ्रमण, दो से तीन स्थान पर टीकाकरण कार्यक्रम में कार्य करना पड़ता है।
राज्य स्तर से संचालित डीजी साथ कार्यक्रम एवं वर्चुअल मीटिंग के कारण मोबाइल रिचार्ज खर्च काफी बढ़ गया है। ऐसे में अनुसरण भत्ता एवं मोबाइल रिचार्ज के खर्च कभी भुगतान नहीं किया गया तो अल्प मानदेय के कारण भुखमरी की स्थिति उत्पन्न होगी।
प्रखण्ड अध्यक्ष श्री चौबे ने बताया कि आज विरोध स्वरूप काला बिल्ला लगा कर सभी कर्मी कार्य कर रहे है। वहीं उन्होंने कड़े शब्दों में यह साफ कर दिया है कि अगर आगामी 30 जून तक अनुश्रवण भत्ता एवं मोबाइल रिचार्ज का भुगतान नहीं होता है तो आगामी 1 जुलाई से सभी प्रकार की वर्चुअल मीटिंग का बहिष्कार किया जाएगा।
- कौन थे मौजूद
मौके पर बीआरपी नारायण चंद्र साहा एवं मोहम्मद मुख्तार हुसैन तथा सीआरपी कुमार सुधांशु शेखर, बैद्यनाथ राम, सुबोध कुमार भगत एवं आफताब आलम मौजूद थे।