क्या कोरोना वैक्सीन लगवाने से शरीर को मिलती है चुंबकीय शक्ति ? फैक्ट चेक में सामने आयी सच्चाई

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कोरोना वायरस की महामारी के दौर में हमने कई ऐसी चीजें देखी हैं जिन्हें देखकर यकीन करना मुश्कित हैं। पूरी दुनिया इस समय एक बहुत भयानक महामारी के दौर से गुजर रही हैं। ये भी नहीं पता है कि ये कोरोना वायरस कब खत्म होगा। कोरोना वायरस से बचने के लिए लोग वैक्सीन का सहारा ले रहे हैं, क्योंकि कोरोना से बचने का एक मात्र यहीं उपाय है।
भारत में कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन को लेकर कई तरह के भ्रम फैले हुए हैं। कुछ गांव में अंधविश्वास का लोगों की आंख पर ऐसा पर्दा पड़ा है कि लोग कोरोना की वैक्सीन लगवाने को ही राजी नहीं हैं।
वहीं दूसरी तरह एक अफवाह और उड़ रही हैं कि वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में  ‘चुंबकीय शक्ति’ आ जाती हैं। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपने शरीर से कुछ सामान चिपकाकर ये दावा किया है।
  • क्या कोरोना वैक्सीन से शरीर को मिलती है चुंबकीय शक्ति ?
कई लोगों ने पिछले कुछ दिनों में कोरोनोवायरस बीमारी के खिलाफ टीका प्राप्त करने के बाद अपनी ‘चुंबकीय शक्ति’ दिखाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है। ताजा मामले में, झारखण्ड के हजारीबाग के एक व्यक्ति ने दावा किया कि उसने कोविड का टीका लेने के बाद चुंबकीय शक्ति विकसित कर ली है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो को देखते हुए ताहिर अंसारी नेअपनी ‘चुंबकीय शक्ति’ का परीक्षण करने का फैसला किया, जिन्होंने दावा किया था कि उन्होंने वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद चुंबकीय शक्ति विकसित की थी। ताहिर अंसारी ने दावा किया कि उन्होंने चम्मच, कांटे और सिक्कों का उपयोग करके यह कोशिश की और उन्हें अपने शरीर से चिपका हुआ देखकर हैरान रह गए। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ताहिर अंसारी के घर उनकी जांच के लिए पहुंची।
  • डॉक्टर्स ने किया चुंबकीय शक्ति विकसित होने वाले दावे को किया खारिज
जांच के बाद डॉक्टर एसके वेद राजन ने ताहिर को बताया कि उनके शरीर में कोई चुंबकीय केंद्र नहीं मिला है। हालांकि, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उनके स्वास्थ्य पर नजर रखने का निर्देश देते हुए 48 घंटे घर पर रहने को कहा।
 यह पहली बार नहीं है जब किसी व्यक्ति ने कोविड वैक्सीन के बाद चुंबकीय शक्ति विकसित करने का दावा किया है। इससे पहले, नासिक के एक व्यक्ति का शरीर से चिपके हुए चम्मच का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। 71 वर्षीय अरविंद सोनार ने दावा किया कि उनके शरीर में चुंबकीय शक्ति उत्पन्न हो गई थी जिसके कारण टीके की दूसरी खुराक मिलने के बाद स्टील की वस्तुएं उनसे बहुत आसानी से चिपकी हुई थीं।
  •  पीआईबी फैक्ट चेक ने वैक्सीन से चुंबकीय शक्ति विकसित होने वाले दावे को किया खारिज
इस तरह के दावों को खारिज करते हुए, केंद्र एक स्पष्टीकरण के साथ सामने आया और कहा कि कोविड -19 टीके पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इनमें कोई धातु-आधारित घटक नहीं है। प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) पीआईबी फैक्ट चेक ने कहा कि चुंबकीय महाशक्तियां देने वाले कोविड -19 टीकों के बारे में दावा “निराधार” है।
पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने कहा, “टीके मानव शरीर में चुंबकीय प्रतिक्रिया का कारण नहीं बन सकते हैं। कोविड -19 टीके पूरी तरह से सुरक्षित हैं और इनमें कोई धातु आधारित सामग्री नहीं है।”

 

आकाश भगत

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