होटल में बर्थडे पार्टी के दौरान प्रबंधन व ग्राहक के बीच मारपीट

0
  • एक ग्राहक गंभीर रूप से घायल
  • हमेशा सुर्खियों में रहता है होटल मुस्कान का नाम

झारखण्ड/पाकुड़ (संवाददाता) : स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान आंशिक लॉकडाउन के अंतर्गत जारी किए गाइड लाइन का खुला उल्लंघन हुआ।

स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत किसी भी प्रकार के आयोजन की छूट नहीं है। जहाँ शादी-विवाह जैसे बड़े अवसर पर सिर्फ 11 लोगों को जाने की अनुमति है वहीं सिर्फ बर्थडे पार्टी के लिए ऑनलाइन होटल में बुक कर कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई गई।

 

मामला पाकुड़ के अम्बेडकर चौक स्थित होटल मुस्कान के कमरा संख्या 302 में बर्थ-डे पार्टी मनाने गये युवकों और होटल स्टाफ़ के बीच मारपीट की है।

घटना के बारे में होटल मुस्कान के स्टाफ ने बताया कि शिवम डोकानिया, अमन कुमार, राजा टेबड़ीवाल, सन्नी टेबड़ीवाल एवं गौरव टेबड़ीवाल पार्टी करने आए पर कुछ ही देर बाद पार्टी के दौरान तोड़-फोड़ एवं शोर-शराबें की आवाज आने पर जब स्टाफ व मैनेजर पहुँचे तो देखा कि सभी युवक आपस मे मारपीट तथा गाली-गलौज कर रहे थे। होटल के कमरे में तोड़फोड़ भी हुई थी। मना करने पर सबने स्टाफ के साथ मारपीट व गालीगलौज की।

 

वहीं शिवम ने बताया कि अपने मित्र अमन का बर्थ-डे मनाने के लिए वह होटल मुस्कान गया था। ऑनलाइन कमरा बुक कराया था, उन्हें कमरा न. 302 आवंटित किया गया। होटल का खाना ठीक नहीं होने के कारण मैनेजर नदीम सिद्दीकी से शिकायत की गई तो नदीम सिद्दीकी, वसीम इराकी एवं ईस्माइल शेख तीनों कमरे में आये और मारपीट करने लगे एवं पुलिस कंप्लेंट करने की बात पर जान से मारने की नीयत से सिर पर लोहे के रॉड से वार किया गया। इस बीच मैनेजर नदीम ने अन्य दो स्टाफ के साथ मिलकर शिवम से नकद, सोने की चैन और मोबाइल छीन ली।

 

होटल में हुई मारपीट की घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। हुई मारपीट में शिवम गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसकी हालत चिंताजनक बतायी जा रही है और उसे पुलिस द्वारा इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया।

 

घटना को लेकर दोनों पक्षो की ओर से नगर थाने में शिकायत दर्ज करायी गयी है।

 

  • यक्ष प्रश्न

अब देखना यह है कि जिला प्रशासन होटल संचालक पर क्या कार्यवाही करती है?

या कार्यवाही करती भी है या नहीं?

आखिर क्यों पुलिस या जिला प्रशासन छोटे और मध्यम वर्गीय कारोबारियों पर ही अपना कानून का डंडा चलाती है?

क्यों बड़े और रसूख कारोबारियों को हमेशा छूट दी जाती है?

आकाश भगत

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *