जेल से बाहर आए लालू यादव ने की ऑनलाइन बैठक
- पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत कर आगे की रणनीति पर की चर्चा
पटना : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के संस्थापक अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने तीन साल से अधिक समय बाद जमानत पर रिहा होने के बाद रविवार को ऑनलाइन बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत की।
हाल ही में चारा घोटाला के सभी मामलों में झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा किए जाने के बाद लालू ने नई दिल्ली से अपनी पहली बहुप्रतीक्षित ऑनलाइन बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं से चर्चा की।
मधुमेह, हृदय और गुर्दे की समस्याओं सहित कई अन्य बीमारियों से पीड़ित लालू की देखभाल कर रहे उनके छोटे पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी इस अवसर पर पार्टी कार्यकर्ताओं से बात की।
तेजस्वी ने अपने संबोधन की शुरुआत में अपने पिता को अस्वस्थ बताते हुए कहा कि इस कारण लालू ज्यादा नहीं बोलेंगे। इस ऑनलाइन संवाद के दौरान राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पार्टी के सभी विधायकों और पिछले साल संपन्न बिहार विधानसभा में राजद के प्रत्याशी रहे सभी उम्मीदवारों से अपील है कि वे इस कोविड महामारी के कठिन समय में अपने क्षेत्र के सभी मतदाताओं के प्रति अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से निर्वहन और सेवा करें।
उन्होंने बिहार में कोरोना के गांवो में भी पैर पसारने और लोगों के बड़ी संख्या में चपेट में आने तथा कहीं कोई जांच नहीं होने का आरोप लगाते हुए सभी श्रोतागण से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में अस्थायी राजद कोविड केयर सेंटर स्थापित करें।
सभी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में ऐसे हॉल अथवा स्कूल या सामुदायिक भवनों को चिन्हित करें जिनका राजद कोविड केयर अथवा पृथक-वास केंद्र के रूप में उपयोग किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके लिए स्थानीय प्रशासन का सहयोग लेते हुए वहां बिस्तर, ऑक्सिजन सिलेंडर, बिजली आपूर्ति, दवाएं, साफ-सफाई और मरीजों के लिए 24 घंटे डॉक्टरी सलाह सुनिश्चित करवाएं।
ऑनलाइन संवाद के दौरान लालू ने अपनी पार्टी के विधायकों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि उनके विधायक निधि का एक-एक पैसा उनके क्षेत्र में व्यय हो रहा है कि नहीं? इसमें किसी प्रकार के घालमेल के प्रति सजग रहें।
उन्होंने पार्टी विधायकों से कहा कि वे अपने अपने क्षेत्र के अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की निरन्तर पड़ताल करते रहें। वहां दिखाई देने वाली किसी भी प्रकार की कमी, सरकारी कोताही, प्रशासनिक लीपापोती या कर्मियों द्वारा मरीज़ो व परिजनों की अनदेखी या दुर्व्यवहार का फोटो खिंचवाए, वीडियो बनवाएं और कड़ा विरोध दर्ज करें।
लालू ने कहा कि मरीजों के परिजनों और निर्धन स्थानीय निवासियों के लिए स्थानीय लोगों व प्रशासन के सहयोग से सामुदायिक रसोई की शुरुआत करें। उन्होंने पार्टी विधायकों और नेताओं से कहा कि जितना सम्भव हो सके उतनी संख्या में वे अपने नाम से क्षेत्र में एम्बुलेंस चलवाएं। दवाओं का इंतज़ाम रखें और क्षेत्र में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने की कोशिश करें।
लालू ने महामारी से निपटने में लगे स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों का भी आभार जताया।