कोरोना टीकाकरण में प्रयुक्त होने वाले 17 लाख सीरिंज की पहली खेप झारखण्ड पहुंची
- पहले फेज के लिए 1.22 लाख स्वास्थ्य कर्मी को दिया जायेगा टीका
झारखण्ड : भले ही 2020 ने हमे बहुत सताया हो पर जाते-जाते एक ख़ुशी वाली ख़बर भी है।
झारखण्ड में कोरोना के टीकाकरण की तैयारियों के बीच 17.08 लाख सीरिंज पहली खेप के रूप में आ चुकी हैं। इसे जिलों में भेजना शुरू कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। टीकाकरण के तीनों चरणों की तैयारी एक साथ की जा रही है। आदेश जारी होते ही टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। पहले फेज के लिए 1.22 लाख स्वास्थ्य कर्मी चिह्नित किए गए हैं। एक सेशन में 100 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जाएगी।
तीन स्टेप्स में होने वाले वैक्सिनेशन के तहत पहले संबंधित व्यक्ति की जांच की जाएगी। रजिस्ट्रेशन आदि प्रक्रियाएं होंगी, जिनमें करीब 15 मिनट लगेंगे। इसके बाद 10 मिनट वैक्सीन के लिए और 30 मिनट वैक्सीनेशन के बाद की जाने वाली निगरानी में लगेंगे।
कोरोना टीकाकरण से जुड़ी वो बातें, जिसे जानना आपके लिए जरूरी :
1. वैक्सीन भरते ही लॉक हो जाएगी सीरिंज कोविड टीकाकरण के लिए तैयार सीरिंज बेहद पतली होने के साथ 0.5 एमएल की है। इसे ऑटो डिसेबल सीरिंज भी कहते हैं। इसकी विशेषता यह है कि वैक्सीन भरते ही यह ऑटो लाॅक हो जाएगी। यानी इसमें दोबारा कोई दवा नहीं डाली जा सकेगी।
2. एनाफाइलैक्सिस किट से लैस होंगे सेंटर सभी सेंटर एनाफाइलैक्सिस किट से लैस होंगे। यानी टीका लगने के बाद तबीयत बिगड़ी तो आवश्यक दवाएं समेत अन्य डिवाइस मौजूद रहेंगी। किट में एड्रिनलीन इंजेक्शन, एपिनेफ्रीन इंजेक्शन, स्टेरॉयड समेत तमाम इमरजेंसी ड्रग होंगे।
3. ट्रेंड डॉक्टर या एएनएम देंगे टीका राज्य में टीकाकरण के लिए 6224 वैक्सिनेटर को प्रशिक्षण दिया गया है। ऐसे डॉक्टर और एएनएम टीका देंगे, जाे पहले से इंजेक्शन लगा रहे हैं या ट्रेंड हैं। हर सेंटर पर पांच कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी। राज्य भर में 1020 वैक्सिनेशन साइट बनाए गए हैं।