ड्रोन की मदद से पुलिस ने किया ‘पत्थरकांंड प्लान’ का पर्दाफाश
- रामनवमी में दहलाने की साजिश फेल
- पुलिस की एक चालाकी भरी प्लानिंग से साजिश फेल
झारखण्ड/राँची : रामनवमी की शोभायात्रा आज बुधवार को निकाली जानी थी। इसको लेकर रांची पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर थी। एसएसपी चंदन कुमार सिंह के निर्देश पर रविवार से ही शहर के वैसे इलाके जहां से रामनवमी की शोभायात्रा गुजरती है, उन इलाकों में ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही थी।
एसएसपी ने बताया कि जिन इलाकों में पत्थर या फिर संदिग्ध चीज मिल रही थी, उन इलाकों में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि रामनवमी को लेकर पुलिस बेहद गंभीर है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कोई भी व्यक्ति अफवाह फैलाते या फिर माहौल बिगड़ते हुए पकड़ा जाता है, तो वैसे लोगों को सीधे जेल भेजा जाएगा।
लेकिन इसी बीच पुलिस ने एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
ड्रोन कैमरे में मिले पत्थरकांड की साजिश के सुराग
एसपी चंदन कुमार सिंह के निर्देश पर सोमवार को पुलिस की ओर से शहर के संवेदनशील इलाकों में स्थित घरों की निगरानी ड्रोन कैमरे से की गई। इसी दौरान कुल 10 घरों के छतों की तस्वीरें देख पुलिस चौंक गई। ड्रोन कैमरे के जरिए पुलिस को यह पता चला कि मेन रोड, लेक रोड और हिंदपीढ़ी की 10 घरों की छत पर पत्थर रखे हुए हैं। कुछ घरों में तो एक जगह पर ही पत्थर जमा कर रखा हुआ मिले। इसको लेकर रांची पुलिस ने बेहद गंभीर रुख अपनाया।
10 घरों के मालिकों को भेजा गया नोटिस
पुलिस की ओर से उन 10 घर के मालिकों को चिन्हित किया गया है। उन सभी को पुलिस की ओर से नोटिस भेजा गया है। भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि वह घर की छत पर रखे पत्थरों को फौरन हटा लें। अगर वे नहीं हटाते हैं तो अगर शहर में किसी तरह का फसाद होता है और उन पत्थरों का इस्तेमाल होते पाया गया तो संबंधित घर पर सीधे कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के अनुसार अगर फसाद होता है तो फिर से ड्रोन के जरिए उन घरों की स्थिति देखी जाएगी। इस दौरान पत्थर कम मिले तो माना जाएगा कि फसाद में उन्हीं पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है।