ब्यूरो की हुई हत्या या एक्सीडेंट? संदिग्ध अवस्था में मिला शव
झारखण्ड/लातेहार : झारखण्ड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (JJA) राष्ट्रीय नवीन मेल के लातेहार ब्यूरो चीफ अजय कुमार सिन्हा की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष जांच की मांग करता है।
प्रथम दृष्ट्या यह घटना हत्या प्रतीत हो रही है। संगठन इस तरह की घटना की घोर निंदा करते हुए प्रशासन से इसकी निष्पक्ष जांच की मांग करता है। जांचोपरांत दोषियों के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई की मांग भी करता है।
- क्या है मामला
विदित हो कि लातेहार में राष्ट्रीय नवीन मेल के ब्यूरो प्रमुख अजय कुमार सिन्हा (45 वर्ष) का शव रेलवे क्रॉसिंग के पास संदेहास्पद स्थिति में बरामद किया गया है। चेहरे पर गंभीर चोट के निशान हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी ने अजय कुमार सिन्हा की हत्या कर वहां फेंक दिया है। घटना के संबंध में बताया गया कि अजय कुमार सिन्हा आज सुबह नौ बजे पत्नी से पेपर बांटने की बात कह कर निकले थे। इस दौरान उनका मोबाइल भी घर में ही था। करीब 12 बजे किसी ने रेलवे क्रासिंग के पास शव होने की सूचना उनकी पत्नी को दिया। सूचना के बाद वहां जब परिजन के साथ कई पत्रकार साथी पहुंचे तो उनका शव पड़ा हुआ था।
- लोगों में चर्चा का विषय
लोगों ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि आखिर घर से 10 किमी दूर वे क्यूं और कैसे पहुंच गए। उनके चेहरे पर धारदार हथियार से वार किया गया था। पुलिस ने शव का अंत्यपरीक्षण कर परिजनों को सौंप दिया है।
- JJA ने लिया मामले पर संज्ञान
इस घटना पर झारखण्ड जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर घटना की निष्पक्ष जांच की मांग किया है। साथ ही आश्रितों को सरकार द्वारा उचित मुआवजा दिए जाने की मांग भी की है।
मांग करने वाले में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अमरकांत, उपाध्यक्ष कुमार कौशलेंद्र, नवल सिंह, नौशाद आलम, महासचिव सियाराम शरण वर्मा, सचिव रुस्तम मियां, शौकत खान, सुमंत साहा, जितेंद्र चौहान, जितेंद्र तिवारी, पिंटू कुमार, मनीष झा, आशीष अग्रवाल, प्रदीप चौबे, संतोष श्रीवास्तव, नितेश तिवारी, राजीव कुमार, मामून रशीद, मलिक बाबू, निशा रानी गुप्ता, सुषमा कुमारी, संजय सिंह उमेश, सत्येंद्र चंदेल, सुनील भंडारी आदि के नाम शामिल हैं।