मुश्किल में महाराष्ट्र पुलिस, नहीं होते टुकड़े अगर श्रद्धा के दर्ज शिकायत पर होती कार्यवाही
- फडणवीस ने दिया बड़ा बयान
श्रद्धा वालकर ने करीब 2 साल पहले महाराष्ट्र में पुलिस से की शिकायत में आरोप लगाया था कि उसके लिव-इन-पार्टनर आफताब आमीन पूनावाला ने उसे मारने की कोशिश की और उसे डर है कि वह उसके टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देगा।
ज्ञात हो कि पूनावाला (28) पर अपनी लिव-इन-पार्टनर श्रद्धा श्रद्धा (27) की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने का आरोप है। इस बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो श्रद्धा की जान बच जाती। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जांच कराएंगे कि इस लेटर पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
श्रद्धा ने 23 नवंबर 2020 को एक शिकायत में आरोप लगाया था कि पूनावाला उसके साथ मारपीट करता है और उसके माता-पिता को इसकी जानकारी है। श्रद्धा ने शिकायत में कहा था कि आज उसने मेरा गला घोंटकर मारने की कोशिश की। मुझे धमकी दी कि वह मुझे मार डालेगा, मेरे टुकड़े-टुकड़े कर देगा और कहीं फेंक देगा। वह पिछले 6 महीने से मेरे साथ मारपीट कर रहा है, लेकिन मुझमें पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि उसने मुझे मारने की धमकी दी थी।
श्रद्धा ने पुलिस से कहा था कि मेरे माता-पिता को पता है कि वह मेरे साथ मारपीट करता है और उसने मुझे जान से मारने की कोशिश भी की। पूनावाला के माता-पिता को पता है कि वह साथ रह रहे हैं और वह सप्ताहांत में उनसे मिलने भी आते हैं।
श्रद्धा ने पत्र में कहा कि मैं आज तक उसके साथ इसलिए रह रही थी क्योंकि हम जल्द ही शादी करने वाले थे और उसके माता-पिता भी इसके लिए राजी थे। अब आगे मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती। इसलिए अब मुझे कोई भी शारीरिक चोट पहुंचती है तो उसके लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि वह मुझे धमकी दे रहा है कि अगर मैं उसे कहीं भी दिख गई तो वह मुझे मारेगा या मेरी हत्या कर देगा।
उल्लेखनीय है कि पूनावाला और श्रद्धा की मुलाकात एक डेटिंग एप के जरिए हुई थी। इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक कॉल सेंटर में साथ काम करना शुरू किया और दोनों के बीच वहीं से प्रेम संबंध शुरू हुए। बाद में वे दिल्ली आ गए थे। कहा जा रहा है कि दोनों के बीच 18 मई को शादी को लेकर बहस हुई।
इस पर पूनावाला ने श्रद्धा की हत्या कर दी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए। पूनावाला ने दक्षिणी दिल्ली के महरौली में अपने घर पर करीब तीन सप्ताह तक इन टुकड़ों को 300 लीटर के फ्रिज में रखा। वह कई दिन तक आधी रात को उन्हें शहर के विभिन्न इलाकों में फेंकने के लिए जाता रहा।