ककनी व गोराटांड में चल रहे अवैध क्रेशर पर चला प्रशासन का डंडा
- चार अवैध क्रेशर को प्रशासन ने किया ध्वस्त
झारखण्ड/गिरिडीह, तिसरी : ज़िले के तिसरी प्रखंड अंतर्गत सिंघो पंचायत के ककनी और गोराटांड में चल रहे चार अवैध पत्थर क्रेशरों में खनन विभाग, वन विभाग और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर आज शनिवार को ध्वस्त कर दिया।
वहीं पेपर के प्रक्रिया में होने और अन्य कागजात उपलब्ध होने के कारण कुछ क्रेशरो को जांचोपरांत छोड़ दिया गया।
इस दौरान गोराटांड़ में चल रहे अवैध पत्थर क्रेशर को ध्वस्त करने पहुंची टीम को स्थानीय महिलाओं के द्वारा हल्के विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाओं ने कहा कि हमारे पास रोजगार का कोई साधन नहीं है। घर में छोटे छोटे बच्चे हैं। जिनके भरन पोषण के लिए हमलोग इन क्रेशरों में मजदूरी कर जीविका चलाते हैं। मौके पर स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार के रोजगार का साधन नहीं है। लोग अबरख चुन कर अपनी जीविका चलाते थे, लेकिन वो भी अब पूरी तरह से बंद है। लोग जैसे तैसे अपना भरन पोषण कर रहें हैं।
ज्ञात हो कि तिसरी प्रखंड के विभिन्न इलाकों में बड़े-बड़े अवैध क्रेशर संचालित हैं। लेकिन उसपर प्रशासन का ध्यान नहीं जाता है। पर यक्ष प्रश्न है की छोटी मछलियों पर प्रशासन का ही डंडा सदा क्यों चलता है?
बहरहाल इधर प्रशासन क्रेशर संचालकों की पहचान कर उचित क़ानूनी कार्यवाई में जुट गयी है।
टीम में खनन इन्स्पेक्टर अभिजीत मजूमदार, रेंजर अनिल कुमार, तिसरी थानाप्रभारी पीकू प्रसाद,लोकाय थानाप्रभारी पप्पु कुमार सहित कई पुलिसकर्मी और वनकर्मी शामिल थे।