एकरारनामें के अनुरूप तकनीकी योग्यता नहीं होने पर तीन साल बाद सेवा से किया कार्यमुक्त

- प्राइवेट कंपनी एक्स्ट्रामार्क्स को मिली थी नियुक्ति की जिम्मेदारी
- पहले ही विभिन्न कंपनियों द्वारा करीब 4000 कर्मी हो चुके है बेरोजगार
झारखण्ड/राँची : जे ई पी सी ने पुनः 61 आई सी टी स्कूल कोऑर्डिनेटर को किया कार्यमुक्त।
ज्ञात हो कि विगत 24 जुलाई को झारखण्ड आई सी टी स्कूल कोऑर्डिनेटर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा रांची में आयोजित महाअधिवेशन में डॉ रणधीर वर्मा संघ मुख्य संरक्षक एवं अध्यक्ष राष्ट्रीय मानवाधिकार अपराध नियंत्रण ब्यूरो मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित थे। अधिवेशन में राज्य के विभिन्न जिलों से आए स्कूल कोऑर्डिनेटर ने भी भाग लिया था।
महाधिवेशन में निम्नलिखित बिंदुओं पर विचार कर उन्हें संबंधित विभागों में समर्पित करने का निर्णय लिया गया था :-
1. जीरो अंकित वाले उत्कृष्ट एवं आदर्श विद्यालयों की सूची विभाग को उपलब्ध कराना और शीघ्र ही उन विद्यालयों में पूर्व में कार्य स्कूल कॉर्डिनेटर की नियुक्ति प्रक्रिया करवाना।
2. पूर्व में कार्यरत आईसीटी स्कूल कोऑर्डिनेटर को जीरो वाले विद्यालय में नियुक्ति करवाना।
3. ऐसी कंपनियां जो स्कूल को कई प्रकार से शोषित कर रही है उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।
4. यह निर्णय भी लिया गया कि अन्य राज्यों की तर्ज पर आईसीटी को कंपनी मुक्त करना।
संघ द्वारा कई बार शिक्षा मंत्री और मुख्य सचिव को मुलाकात कर आवेदन देने की बात भी कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया।
5. संघ द्वारा कई बार शिक्षा मंत्री एवं मुख्यमंत्री के साथ शिक्षा सचिव से भी मुलाकात कर आवेदन देने के बाद भी कोई उचित होने नहीं दिया गया।
6. एक अंकित वाले विद्यालयों में वेतन का पुनः अवलोकन करना।
7. सदन में हमारे बारे में माननीय मंत्री महोदय से सवाल करें।
8. 0 manpower वालों को उसी विद्यालय में नियुक्त किया जाए।
9. जब रिन्यूअल की बात हो रही है तो फिर से बिना परीक्षा लिए जो स्कूल कोऑर्डिनेटर जिस स्कूल में थे उन्हें वहीं नियुक्ति दिया जाए।
10. समान कार्य के लिए अलग अलग कंपनी अलग अलग पेमेंट करती है, किसी को 7800 तो किसी को 8800 किसी को 9100 किसी को 9400, जबकि एकरारनामा के अनुसार हमें 15000 मिलना चाहिए।
11. एक ही कंपनी 5 साल में 3 बार नाम बदलती है जैसे Edique/Ricoh/BCCL जिससे हमें PF का पैसा निकालने में परेशानी हो रही है।