बंगाल में खूनी संघर्ष पर बीजेपी-टीएमसी में जंग, गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से मांगी रिपोर्ट
पश्चिम बंगाल रे बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद हुई हिंसा को लेकर अब केंद्र सरकार भी एक्शन मूड में है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ममता सरकार से जल्द से जल्द एक विस्तृत रिपोर्ट भेजने को कहा है। वहीं बीजेपी ने पूरे मामले को लेकर चार सांसद व पार्टी प्रवक्ता भारती घोष की पांच सदस्यी कमेटी का गठन किया है। हिंसा में आठ लोगों को जिंदा जलाने की घटना पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने दुख व्यक्त करते हुए जंगलराज से ममता सरकार के कार्यकाल की तुलना की है। वहीं राज्य सरकार पर लग रहे आरोपों से बौखलाई ममता बनर्जी ने पूरे घटनाक्रम को किसी बड़ी साजिश का हिस्सा बताया है।
क्या है पूरा मामला
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस के नेता की हत्या के बाद बीती रात हिंसा भड़क गई। भीड़ ने 10-12 घरों के दरवाजे को बंद कर आग के हवाले कर दिया। एक ही घर से सात लोगों के शव बरामद किए गए हैं। हिंसा की वजह से से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में तृणमूल कांग्रेस के उपप्रधान की हत्या का बदला लेने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है।
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बीजेपी ने ‘तृणमूल समर्थित गुंडों’ को जिम्मेदार ठहराया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बीरभूम हिंसा मामले के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े अपराधियों को जिम्मेदार ठहराया और इस पूरे प्रकरण की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की मांग की। पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने इस सिलसिले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उनसे हस्तक्षेप की मांग की। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस घटना की निंदा करते हुए एक ट्वीट में कहा कि वह निर्दोष लोगों की मौत से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा, ‘‘यह घटना साबित करती है कि ममता सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं है। मैं इस घटना की कड़े से कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। साथ ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करता हूं।’’
हिंसा की संस्कृति की गिरफ्त में बंगाल
रामपुरहाट में आठ लोगों की मौत की घटना को भयावह करार देते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को कहा कि यह इस बात का संकेत है कि राज्य ‘हिंसा एवं अराजकता’ की संस्कृति की गिरफ्त में है। इसके साथ ही राज्य के मुख्य सचिव से शीघ्र ही इसके संबंध में जानकारियां मांगी है। राज्यपाल ने कहा कि यह घटना राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का संकेत है।