‘दिव्यांगता अभिशाप नहीं’ विषय पर एक संगोष्ठी का हुआ आयोजन

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झारखण्ड/पाकुड़, अमड़ापाड़ा : ज़िले के अमड़ापाड़ा प्रखंड में आज गुरुवार को प्रखंड कार्यलय सभागार में, दिव्यांगता अभिशाप नहीं, विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

 

 

 

इस संगोष्ठी कार्यक्रम में जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन ने कहा कि विश्व में लगभग 8% लोग दिव्यांग है। ईश्वर ने इनको कुछ विशेष बनाया है। इसे उभारने की जरूरत है। इतिहास एवं धार्मिक साहित्य ऐसे उदाहरणों से भरे पड़े हैं। जहां दिव्यांग जनों ने अपने दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण परचम लहराया है। सूरदास जो अनन्य कृष्ण भक्क्त थे,पर दोनों आंखों से अंधे होने के बाद भी अप्रतिम सूरसागर जैसे काव्य रचा।

 

 

 

 

पैरालंपिक में भारत के अनेक दिव्यांग खिलाड़ियों ने स्वर्ण पदक जीतकर परचम लहराया है। डीपीआरओ ने यह भी अवगत कराया कि 3 दिसंबर 1992 को संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगता दिवस घोषित किया है। पाकुड़ जिले में 6 मार्च से 17 मार्च 2022 तक दिव्यांगता शिविर लगाया जा रहा है। जहां एक साथ दिव्यांगता जांच और UDID कार्ड बनाए जा रहे हैं। अमड़ापाड़ा में 11 मार्च 2022 को विशेष शिविर है। जहां अधिक से अधिक लोग जांच हेतु पहुँचे।

 

 

 

वहीं मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार दिवेश द्विवेदी ने शिविर में समग्रता से दिव्यांगत को बताते हुए कहा कि इनके प्रति दया भाव नहीं बल्कि उनको विशिष्ट जन के रूप में देखें। उन्होंने कहा कि सरकार इनके लिए विशेष प्रयास कर रही है। और पूरे भारत में दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। लगभग 3% दिव्यांग जन हैं, और उन्हें पहचान कर उनका प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है।

 

 

 

मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रखंड पंचायत पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, जेई, महिला सुपरवाइजर, शिक्षकगण एवं ग्राम के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

 

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