लॉकडाउन में 1400 किलोमीटर स्कूटर चलाकर बेटे को वापस लाई थी यह मां, अब यूक्रेन में फंसा है लाडला; मदद की लगाई गुहार

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लॉकडाउन में 1400 किलोमीटर स्कूटर चलाकर बेटे को वापस लाई थी यह मां, अब यूक्रेन में फंसा है लाडला; मदद की लगाई गुहार
भारत में कोरोना की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाया गया था। उस दौरान एक महिला काफी चर्चा में आई थी, जिसने स्कूटर पर 1400 किलोमीटर का सफर तय करके अपने बेटे को रेसक्यू किया था। वहीं महिला अब दोबारा से खबरों में बनी हुई हैं। बता दें कि, महिला का बेटा एक बार फिर से मुश्किलों में है। महिला का नाम रजिया बेगम है और वह तेलंगाना के निजामाबाद जिले के एक सरकारी स्कूल में टीचर है। रजिया का बेटा निजामुद्दीन अमन यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गया था लेकिन अब वहां फंसा हुआ है। बेटे की भारत वापसी की मां काफी प्रार्थना कर रही हैं। अमन यूक्रेन के सूमी शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है और वह प्रथम वर्ष का छात्र है। जानकारी के लिए बता दें कि, यूक्रेन के जिस शहर में अमन है वह रूस की सीमा के करीब स्थित है और ज्यादातर भारतीय छात्र सूमी शहर के स्टेट मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं। इस समय जो यूक्रेन से खबरें मिल रही हैं, उससे रजिया बहुत डर गई हैं। गौरतलब है कि, एक भारतीय छात्र की रूसी सेना की गोलीबारी में मौत हो गई और एक छात्र गंभीर रूप से घायल है। 

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मां रजिया ने अपने बेटे की वापसी के लिए प्रधानमंत्री मोदी और  मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव, राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली से गुहार लगाई है। रजिया ने ने केवल अपने बेटे बल्कि यूक्रेन में फंसे अन्य भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी की मदद की गुहार लगाई है। गुरूवार को न्यूज एंजेसी पीटीआई को रजिया ने बताया कि, अमन इस समय बंकरों में बंद है और फोन पर ही केवल उससे बात हो पा रही है। उन्होंने कहा कि, उसने मुझे आश्वस्त करने के लिए फोन किया कि वह ठीक है और मुझे उसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है, जिस जगह वह अभी रह रहा है, वहां से परिवहन संपर्क कट गया है। गौरतलब है कि, दो साल पहले रजिया बेगम ने कोरोना लॉकडाउन लागू होने के बाद अपने बेटे को वापस घर सुरक्षित लाने के लिए लंबी यात्रा की थी। रजिया का बेटा आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में फंसा हुआ था और अपने बेटे को वापस लाने के लिए स्थानीय पुलिस की अनुमति के बाद अकेले ही नेल्लोर निकल गई थीं।1400 किलोमीटर की सफर तय करके वह अपने बेटे को वापस घर लेकर लौटी थीं। इस समय जब बेटा यूक्रेन में फंसा हुआ है तो मां चाहकर भी अपने बेटे को बचा नहीं पा रही है। 

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