UP की 59 और पंजाब की सभी 117 सीटों पर रविवार को मतदान, दांव पर दिग्गजों की किस्मत
उत्तर प्रदेश के तीसरे चरण की 59 सीटों और पंजाब की सभी 117 सीटों पर रविवार को वोट डाले जाएंगे। 7 चरणों में होने वाले उत्तर प्रदेश चुनाव का रविवार को तीसरा चरण होगा। जबकि पंजाब में एक ही चरण में सभी 117 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। दोनों ही राज्यों में मतदान को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं तथा बूथों पर सैनिटाइजर और मास्क की भी व्यवस्था की गई है। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत मतदान प्रक्रिया पर निर्वाचन आयोग का पूरा जोर है। हालांकि रविवार को होने वाले मतदान में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पंजाब में भी कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो रविवार के चुनाव में समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव, प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल समेत कई दिग्गज चुनावी मैदान में होंगे। उत्तर प्रदेश में कल सुबह 7:00 बजे से मतदान शुरू होगा जो कि शाम 5:00 बजे तक चलेगा।
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तीसरे चरण के कुल 627 उम्मीदवारों में राज्य सरकार के मंत्री सतीश महाना (महाराजपुर-कानपुर) व आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री (भोगांव-मैनपुरी) रामवीर उपाध्याय (हाथरस – सादाबाद) भाजपा से चुनाव मैदान में हैं जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद फर्रुखाबाद सदर से कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) छोड़कर राजनीति में कूदे अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी रहे असीम अरुण भी इसी चरण में कन्नौज के सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार हैं। जानकारी के अनुसार तीसरे चरण में दो करोड़ 15 लाख से अधिक मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे और इनमें एक करोड़ 16 लाख से अधिक पुरुष 99 लाख से ज्यादा महिला मतदाता हैं जबकि एक हजार से अधिक तीसरी लैंगिक पहचान वाले मतदाता हैं। मैनपुरी जिले के साथ ही हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में तीसरे चरण में कुल 627 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
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पंजाब में भी किसान आंदोलन के बाद यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। हालांकि भाजपा गठबंधन और अकाली दल भी लगातार चुनौती पेश कर रहे हैं। कई किसान संगठनों ने भी चुनाव में उतरने का ऐलान कर दिया था जिसके बाद पंजाब का चुनाव भी दिलचस्प मोड़ पर आ खड़ा हुआ है। पंजाब में करीब 2.14 करोड़ मतदाता होंगे जो कि 1304 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। पंजाब में 93 महिला प्रत्याशी भी हैं। पंजाब की बात करें तो वहां मतदान सुबह 8:00 बजे शुरू होगा जो कि शाम 6:00 बजे तक चलेगा। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी अपने 111 दिनों के कामकाज पर वोट मांग रहे हैं जबकि आम आदमी पार्टी केजरीवाल के दिल्ली मॉडल को पेश कर रही है। शिरोमणि अकाली दल इस बार बसपा के साथ गठबंधन कर चुनावी मैदान में है। शिरोमणि अकाली दल की भी प्रतिष्ठा इस बार दांव पर है और सत्ता में वापसी करना उसकी बड़ी चुनौती होगी। दूसरी ओर भाजपा और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी ने गठबंधन कर रखा है। भाजपा और एनडीए की ओर से डबल इंजन की सरकार और राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया।
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केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसानों के आंदोलन में शामिल पंजाब के कई किसान संगठन भी ‘संयुक्त समाज मोर्चा’ बनाकर राज्य की विधानसभा चुनाव में उतरे हैं और उन्होंने इसके लिए हरियाणा भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) नेता गुरनाम सिंह चढूनी नीत संयुक्त संघर्ष पार्टी के साथ गठबंधन किया है। इस चुनाव में चर्चित चेहरे जिनकी चुनावी किस्मत दांव पर लगी है उनमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा भगवंत मान, कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और प्रकाश सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल प्रमुख हैं। पूर्व मुख्यमंत्री रजिंदर कौर भट्टल, भाजपा की पंजाब इकाई के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला भी इस चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। इस चुनाव में सभी प्रमुख पार्टियों ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए मुफ्त की सौगात देने के वादे किए हैं। ‘आप’ ने सभी महिलाओं को एक-एक हजार रुपये देने का वादा किया है जबकि कांग्रेस ने भी जरूरतमंद महिलाओं को एक-एक हजार रुपये प्रति माह देने का वादा किया है। शिअद-बसपा गठबंधन ने नीले कार्ड (गरीबी रेखा से नीचे) धारक परिवार की महिला मुखिया को प्रत्येक महीने दो हजार रुपये देने का वादा किया है, साथ ही राज्य की 75 प्रतिशत सरकारी और निजी नौकरियों को पंजाब के युवाओं के लिए आरक्षित करने का वादा किया है। भाजपा गठबंधन ने भी इसी तरह का वादा किया है लेकिन सरकारी नौकरियों के लिए।