राम रहीम की एक झलक पाने के लिए पागल हो रहे लोग, दीवानगी में एक महिला ने उठाया ऐसा कदम
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम फरलो पर 21 दिन के लिए बाहर आ गए है और इस वक्त वह रोहतक जिला कारागार से गुरुग्राम के साउथ सिटी पर स्थित डेरे पर रह रहे है। बता दें कि, फरलो पर राम रहीम की रिहा होने की खबर सुनने के बाद से उनके अनुयायियों उनकी एक झलक पाने के लिए पागल हो रहे है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राम रहीम की एक झलक पाने के लिए अनुयायियों की डेरे के केयर टेकरों से लड़ाई तक हो गई है। यह मामला बृहस्पतिवार को आय़ा है जहां, दिल्ली के न्यू रोहतक रोड से आईं संतोष ईंसा की डेरे के केयर टेकर से भिंड़त हो गई।
इसे भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव से पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को मिली जेल से 21 दिन की छुट्टी
मामला तब ज्यादा बढ़ गया जब संतोष डेरे के सामने फूट-फूट कर रोने लग गई। वहां पर मौजुद पुलिस ने उन्हें शांत करने की कोशिश की और उन्हें वापस घर भेज दिया। चर्चा नाम घर से साउथ सिटी में बने राम रहीम के डेरे के 50 मीटर दोनों और सड़क बने हुए है जहां बेरिकेड लगा दिए गए हैं। इस बीच ट्रैफिक को रोका नहीं गया लेकिन केयर टेकर वहां किसी को भी खड़े होने से मना कर रही हैं और टोके जा रहे हैं। यह मामला दोपहर 12.45 बजे का है जब संतोष दिल्ली से डेरे पर पहुंची थी लेकिन उन्हें पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया था। इस बीच संतोष सड़के के दूसरे तरफ खड़े होकर किसी को वीडियो कॉल मिलाकर डेरे की फोटो दिखाने लगी जिसे देखकर डेरे के केयर टेकरों ने उसे ऐसा करने से रोक दिया और संतोष को जाने से कहा। संतोष ने केयर टेकर की बात को अनसुना कर दिया जिसके बाद केयर टेकर ने उसपर सख्ती दिखा दी। संतोष इस बीच भड़क जाती हैं और सड़क से गुजरते लोग यह देखकर सोच में पड़ जाते है कि क्या हो रहा है? बता दें कि, इससे पहले भी डेरे के पास ऐसी घटना हो गई है। कई लोग राम रहीम को देखने के लिए डेरे आते है लेकिन उन्हें भेज दिया जाता है।
इसे भी पढ़ें: राम रहीम को फरलो एक कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रिया है–मुख्यमंत्री मनोहर लाल
इन 17 शर्तों में बंधा हुआ है राम रहीम
बता दें कि, फरलो पर राम रहीम बाहर तो आ गए है लेकिन फिर भी कई शर्तों में बधें हुए है। अगर वह इनमे से एक भी शर्त का उल्लघंन करते है तो उनकी फरलो उसी वक्त रद्द हो जाएगी। 7 से 27 फरवरी तक राम रहीम को केवल परिवार वालों से मिलने की अनुमति होगी। इसके अलावा, राम रहीम किसी भी सार्वजनिक स्थान पर घूम नहीं सकते हैं। इसके अलावा वह कोई आयोजन भी नहीं करेंगे। कोई प्रवचन, श्रद्धालु मिलन, धार्मिक या राजनीतिक गोष्ठी, भाषण न ऑनलाइन और न ही भौतिक रूप से देंगे। कोरोना के नियमों का पालन करने भी शर्तों में शामिल है।