पूर्व आईपीएस के मकान में पांच संदिग्ध लॉकर की पुष्टि, निकली 6 करोड़ से ज्यादा की नकदी

नोएडा में 4 दिन से चल रहा आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन टीम के सर्वे में यूपी कैडर के 1983 बैच के डीजी रैंक के पूर्व आईपीएस अधिकारी रामनारायण सिंह के मकान में 5 संदिग्ध लॉकर की पुष्टि हो चुकी है। जिसमें से चार लॉकरों में से 6 करोड़ से ज्यादा की नकदी निकाली जा चुकी है। यह राशि सोमवार रात 3 बजे से ही आयकर विभाग की टीम द्वारा गिनी जा रही है। हालांकि एक लॉकर में से कुछ नहीं निकला है, पांचवे लॉकर को खोलने के लिए अधिकारियों को उसके मालिक के आने का इंतजार करना पड़ रहा है।
सूत्रों के मुताबिक निजी लॉकर का कारोबार पूर्व आईपीएस की पत्नी द्वारा संचालित किया जाता है। पूर्व आईपीएस की पत्नी इसे मानसम कंपनी के नाम से संचालित करती हैं। उनके यहां अब तक जिन लोगों के नाम से लॉकर मिले हैं, वह सब बेहद मामूली लोग हैं। यह पैसा उनका नहीं है। आयकर विभाग के अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन पैसों का मालिक कौन है और इसके पीछे किन लोगों का हाथ है।
सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग की टीम को गाजियाबाद में बेनामी संपत्ति की जांच के दौरान शनिवार को यह जानकारी मिली थी कि सेक्टर 50 और गाजियाबाद में निजी लॉकर देने वाली कंपनी मानसम के दफ्तर में काफी नदी छुपाई गई है। यह निजी लॉकर पूर्व आईपीएस के चार मंजिला मकान में बनाया गया है, जिसका संचालन उनकी पत्नी द्वारा किया जाता है। आयकर विभाग की टीम ने 3 दिन कड़ी मशक्कत करने के बाद 650 लॉकर्स को खंगाला है, जिनमें से पांच संदिग्ध लॉकरों में से मिली रकम की गिनती सोमवार रात 3 बजे से ही जारी है। नोटों को गिनने के लिए मशीन लगाई गई है।
 
उत्तर प्रदेश में जल्द ही विधानसभा चुनाव शुरू होने वाले हैं। इसी को देखते हुए लगातार पुलिस नोएडा और ग्रेटर नोएडा में वाहनों की चेकिंग कर रही है। आपको बता दें नोएडा में अब तक ढाई करोड़ रुपए का काला धन पकड़ा जा चुका है। यह कालाधन 15 जनवरी से अब तक का है। इन्हीं की जांच के दौरान आयकर विभाग को गाजियाबाद में बेनामी संपत्तियों की जांच में यह जानकारी मिली थी।

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