दस लाख के इनामी नक्सली महाराज प्रमाणिक ने एके- 47 के साथ किया सरेंडर
- पतिराम मांझी के दस्ते के लिए बड़ा झटका
झारखण्ड/राँची : राज्य की राजधानी राँची में आज 10 लाख रुपये के इनामी माओवादी और जोनल नक्सल कमांडर महाराज प्रामाणिक ने एके 47 राइफल, दो मैग्जीन, डेढ़ सौ कारतूस एवं दो वायरलेस सेट के साथ पुलिस के सामने शुक्रवार को आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) अमोल विष्णुकांत होमकर समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष प्रामाणिक उर्फ राज उर्फ बबलू ने आत्मसमर्पण किया। वह अपने साथ एक एके 47 राइफल, दो मैग्जीन, 150 कारतूस और 2 वायरलेस सेट लेकर पहुंचा था।
पुलिस ने बताया कि सरायकेला खरसांवा का रहने वाला प्रामाणिक 119 विभिन्न आपराधिक वारदात में वांछित था और माओवादियों की दक्षिणी छोटानागपुर जोनल कमेटी का कमांडर था। आत्मसमर्पण के बाद प्रामाणिक ने कहा कि नक्सली बहला फुसला कर लोगों को दस्ते में शामिल करते हैं और ऐसे ही झूठे सब्जबाग के चलते ही वह भी नक्सलियों के दस्ते में शामिल हुआ था।
प्रमाणिक ने कहा कि वर्तमान में नक्सली अपनी मूल धारणा को भूल चुके हैं। उसने यह भी बताया कि नक्सली दस्ते में शामिल महिलाओं का खुलेआम शोषण किया जाता है। आत्मसमर्पण के कार्यक्रम में होमकर ने बताया कि महाराज प्रमाणिक का आत्मसमर्पण पतिराम मांझी के दस्ते के लिए बड़ा झटका है।