ग्रामीणों ने पीट-पीटकर आदिवासी युवक को मार डाला, शव को ठिकाने लगाने की थी कोशिश
- पूर्व विधायक की पहल पर पुलिस हरकत में आई
- थाना और मुखिया ने नहीं लिया था संज्ञान
- मृतक के बूढ़े माता-पिता को नहीं मिलता वृद्धा पेंशन
- हत्या में शामिल लोगों पर हो कानूनी कार्रवाई : राजकुमार यादव
द न्यूज़ के लिए रोहित भारती की रिपोर्ट।
झारखण्ड/गिरिडीह, तीसरी : ज़िले के तिसरी प्रखण्ड के सलगाडीह गांव में ग्रामीणों ने एक 40 वर्षीय आदिवासी युवक जय मुर्मू की पीट पीटकर हत्या का मामला प्रकाश में आया है।
घटना की सूचना मिलते ही धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव घटनास्थल पर पहुंचें और एसडीपीओ मुकेश महतो को दुरभाष पर जानकारी दी जिसके उपरांत तिसरी पुलिस हरकत में आई और पुलिस इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी, थाना प्रभारी पीकू प्रसाद एवं लोकाय थाना प्रभारी पप्पू यादव दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की तहकीकात कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
- क्या कहा मृतक की पत्नी ने
मृतक की पत्नी निर्मला मरांडी ने बताया कि मेरा पति जय मुर्मू का गांव के महतो से विश्वकर्मा पूजा के समय कहा सुनी हो गई थी जिसके उपरांत मेरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया गया था। विगत 11 फरवरी को सोहराय के दिन जब गांव के महतो संजुल मुर्मू के नेतृत्व में कुछ लोग मेरे निजी जमीन पर गाते बजाते पहुँचे तो मेरे पति ने आपत्ति जताई जिसपर संजुल मुर्मू, रमेश मुर्मू और उसकी पत्नी चंदवा मुर्मू और उसकी पत्नी, साँझला मुर्मू के दामाद बंसी मरांडी सहित 20-25 लोगों ने मेरे पति को दौड़ा-दौड़ा लाठी, डंडा और टांगी से मारा। उसके बाद हाथ पैर बांधकर महतो के घर ले गए और दो दिन तक भूखे प्यासे रखकर पिटाई की। जब उसके पति मरणासन्न अवस्था में पहुँच गए तो विगत 13 तारीख को मेरे पति को उनलोगों ने घर पर लाकर रात में फेंक दिया। हमलोग थाना और मुखिया के पास गए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मेरे पति को पागल घोषित कर दिया गया और कल शाम उसकी मौत हो गयी।
जय मुर्मू के मौत के बाद 80 वर्षीय पिता तालों मुर्मू, मां, बहन मिली मुर्मू सहित दो छोटे छोटे बच्चों और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
- परिवार को बंधक बनाकर शव को ठिकाने लगाने में जुटे थे ग्रामीण
ग्रामीण जय मुर्म्र के मौत के बाद शव को ठिकाने लगाने में लगे थे लेकिन मामले की जानकारी किसी ने पूर्व विधायक राजकुमार यादव को दिया जिसके बाद वे भाकपा माले के समर्थकों और पत्रकारों के साथ गांव पहुंचे। उसके बाद सभी ग्रामीण लाश छोड़कर भाग गए। परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया। पूर्व विधायक ने परिजनों को ढाढस बंधाते हुये ₹ 2000 नकद का सहयोग दिया।
- हत्या में शामिल लोगों पर हो कानूनी कार्रवाई : राजकुमार यादव
पूर्व विधायक राजकुमार यादव ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों पर कानूनी कार्रवाई हो ताकि फिर इस तरह के घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। वहीं उन्होंने स्थानीय विधायक बाबूलाल मरांडी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब उन्हें घटना की जानकारी दी गई तो लीपापोती करने का प्रयास किया और लोगों से कहा कि यह कोई बड़ा मामला नहीं है इस मामले को तूल नहीं दिया जाए। इसलिए मैं प्रशासन से मांग करता हूं कि इस मामले की गहन जांच कर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई किया जाए। उन्होंने कहा कि जब से स्थानीय विधायक बाबूलाल मरांडी बने हैं क्षेत्र में चोरी, डकैती, बलात्कार, हत्या जैसे मामले की घटनाएं बढ़ रही है।प्रशासनिक पदाधिकारी बेलगाम हो गए हैं, आदिवासियों की हत्याएं हो रही है, वही गरीब लोगों का जमीन लुटा जा रहा है। बहुत जल्द इस मामले का उदभेदन कर कार्रवाई नहीं हुआ तो भाकपा माले चुप नहीं बैठेगी और जरूरत पड़ी तो हम लोग सड़क पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
वहीं उन्होंने मृतक के माता-पिता जो 80 साल के हैं को वृद्धा पेंशन नहीं मिलने पर स्थानीय मुखिया को कड़ी फटकार लगाते हुए 5 दिनों के अंदर पेंशन स्वीकृत कराने का निर्देश दिया।
समाचार लिखे जाने तक घटना स्थल पर भारी संख्या में ग्रामीण जुटे हुए थे।