नोयडा से भाजपा प्रत्याशी पंकज सिंह की पत्नी हैं पूर्व शूटर, जीता है कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल

नोयडा विधानसभा सीट से भाजपा ने पंकज सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। पंकज सिंह ने बीते मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्र में दिए ब्यौरे के हिसाब से राजनाथ सिंह के सुपुत्र पंकज सिंह के पास 5 करोड़ की चल और अचल संपत्ति है, पंकज सिंह के पास अपनी कार नहीं है। पंकज सिंह के पास पीजीडीएम की डिग्री है। उनकी पत्नी की प्रोफाइल भी काफी दिलचस्प है। वो पूर्व शूटर और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल विजेता रही हैं।
हथियारों का है शौक
वर्तमान में नोएडा से विधायक पंकज सिंह की पत्नी का नाम सुषमा सिंह है। उनके पास चार हथियार है। हथियारों का शौक सुषमा को इसलिए है क्योंकि सुषमा सिंह शूटिंग कोच है। सुषमा के नाम पर एनपीबी रिवाल्वर नंबर सीडीडब्ल्यू 0991, एनपीबी पिस्टल बी 19656, डीबीबी गन नंबर 2496 और 12 बोर की गन नंबर 162545 है।
कॉमनवेल्थ गेम्स में जीता है गोल्ड
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बहू सुषमा सिंह ने  2006 के मेलबर्न कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल भी जीता है। वो नामी शूटर जसपाल राणा की बहन है। उनके पिता बीजेपी नेता नारायण सिंह राणा भी शूटर रहे हैं।
नोयडा से भाजपा उम्मीदवार पंकज सिंह ने 1 दिन पहले कहा था कि कोरोना संक्रमित होने की वजह से वो नामांकन ऑनलाइन दाखिल करेंगे। लेकिन नामांकन की औपचारिकताएं इतनी ज्यादा थी कि डर था कि कहीं शुभ मुहूर्त निकल ना जाए। इसलिए उन्होंने घर के मंदिर में ही बैठकर नामांकन पत्र पर दस्तखत किए। फिर सांसद महेश शर्मा और महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता शुभ मुहूर्त पर सूरजपुर पहुंचे और उनका नामांकन पत्र दाखिल करा दिया।
 दरअसल पंकज के पंडितों ने उन्हें बताया था कि दोपहर 1:45 बजे से पहले नामांकन दाखिल होना चाहिए। यही कारण था कि पंकज और उनकी टीम ने सुबह से ही ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी थी, लेकिन नामांकन की प्रक्रिया में इतनी औपचारिकताएं थी कि काफी वक्त लग रहा था। इतना ही नहीं बार-बार पंकज को अपने आईटी टीम से भी संपर्क साधना पड़ रहा था। इसलिए पंकज ने यह फैसला किया कि भौतिक रूप से ही वो नामांकन दाखिल करेंगे।
 इसके बाद पंकज सिंह ने सांसद डॉ महेश शर्मा को फोन मिलाया। वह उनके आवास पर महानगर अध्यक्ष के साथ पहुंचे और नामांकन पत्र लेकर चले गए। अभी पंकज का शपथ पत्र बाकी रह गया है जो उन्हें स्वयं प्रत्यक्ष रूप से हाजिर रहकर देना पड़ेगा। फिलहाल 21 जनवरी तक नामांकन प्रक्रिया जारी रहेगी, जब वह कोरोना से ठीक हो जाएंगे, तब वह खुद ही अपना शपथ पत्र दाखिल कराने जाएंगे।

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