पाकिस्तानी बोट के बाद मोगा में हैंड ग्रेनेड बरामद, जहां रोका गया था पीएम मोदी का काफिला, वहां से 50 किमी दूर का है मामला
पंजाब के जिस फिरोजपुर जिले में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर चूक हुई उसी जिले में एक पाकिस्तानी नाव मिलने के बाद अब वहां से करीब 50 किलोमीटर दूर मोगा में दो हथगोले मिलने का मामला सामने आया है। शुक्रवार को मोगा जिले के चोगावां गांव से पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। कनाडा स्थित खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का संचालक अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला के तीन साथी को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। तीनों को दो हथगोले और दो पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के लिए मोगा के एक चर्च पर हमला करने की योजना बनाई थी।
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आरोपियों की पहचान गांव शादीवाला निवासी गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी, मखू निवासी वरिंदर सिंह उर्फ विंदा और मोगा जिले के गांव फतेहगढ़ पंजतूर के बलजीत सिंह के रूप में हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने एक चर्च की रेकी की थी और उस पर ग्रेनेड हमले की योजना बनाई थी। हालांकि, हमने उन्हें पकड़ लिया और हमले को टाल दिया। मोगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक चरणजीत सिंह सोहल ने कहा कि जब उसने नाके बंदी के दौरान थाना मह्ना के अधीन पड़ते गांव चुगावा के पास एक काले रंग की पिकअप गाड़ी PB 04 AC 2831 को रोकने का इशारा किया गया। पहले आरोपियों ने पुलिस टीम को अपने वाहन से कुचलने की कोशिश की, जब उन्हें रोका गया और फिर उन्होंने उन पर ग्रेनेड फेंकने की कोशिश की। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर पिस्तौल भी तान दी। हालांकि पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब रही। मोगा पुलिस को आज उस समय बड़ी सफलता मिली जब उसने नाके बंदी के दौरान थाना मह्ना के अधीन पड़ते गांव चुगावा के पास एक काले रंग की पिकअप गाड़ी PB 04 AC 2831 को रोकने का इशारा किया।