नितिन गडकरी ने की उत्तर प्रदेश का प्रथम डबल डेकर ब्रिज प्रयागराज शहर में बनाये जाने की घोषणा

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केन्द्रीय मंत्री सड़क परिवहन एवं राजमार्ग नितिन गडकरी एवं प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा आज ग्राम सकाढ़ा, निकट रोही चैराहा जनपद कौशाम्बी में आयोजित कार्यक्रम में रू0 2659 करोड़ धनराशि की लागत की 164 किमी0 लम्बे 06 राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण/शिलान्यास किया गया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि आज जसरा बाईपास का शिलान्यास हो रहा है, जसरा प्रयागराज से जुड़ा होने के कारण बहुत ही महत्वपूर्ण है। रू0 125 करोड़ की लागत से 05 किमी0 लम्बाई का बाईपास बनाया जायेगा, इसी बाईपास के पास स्थित रेलवे क्रासिंग पर रेलवे ओवरब्रिज भी बनायी जायेगी, जसरा बाईपास का कार्य मई 2022 में शुरू हो जायेगा तथा बाईपास के बन जाने से ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान हो जायेगा एवं जसरा होकर चित्रकूट जाने वालों का समय भी बचेगा।  उन्होंने कहा कि राम वनगमन मार्ग का शिलान्यास किया जा रहा है, जिसके 03 पैकेज का शिलान्यास कल किया गया था एवं 02 पैकेज का शिलान्यास आज हो रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या से चित्रकूट तक रू0 05 हजार करोड़ की लागत से 258 किमी0 राम वनगमन मार्ग बनाया जा रहा है। यह निर्माण कार्य 2023 तक पूर्ण हो जायेगा। उन्होंने कहा कि श्रृंगी ऋषिधाम के पास गंगा नदी पर 06 लेन का पुल बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राम बनगमन मार्ग अयोध्या से सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, कौशाम्बी, मोहनगंज, अवतारपुर, सूरतगंज, राजापुर, चित्रकूट होकर मध्य प्रदेश एवं महाराष्ट्र की सीमा को जोड़ते हुए रामेश्वरम तक बनाया जायेगा।
 

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केन्द्रीय मंत्री जी ने कहा कि राम जानकी मार्ग बनाया जा रहा है। जिसके तहत 213 किमी0 लम्बी राजमार्ग का निर्माण कार्य उत्तर प्रदेश में होगा तथा राजमार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने पर अयोध्या से जनकपुर तक का आवागमन सुगम हो जायेगा, इससे दर्शनार्थियों एवं पर्यटकों को सुगमता के साथ ही आर्थिक एवं सामाजिक विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध जहां-जहां गये हैं, उन सभी प्रमुख स्थलों को जोड़ने के लिए 20 हजार करोड़ की लागत से 419 किमी0 लम्बी बौद्ध सर्किट की योजना बनायी गयी तथा यह योजना अधिकांश पूर्ण हो गयी है। यह दुनियॉ में पर्यटन का प्रमुख आकर्षण का केन्द्र बनी है। इसमें कौशाम्बी भी जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 11 हजार करोड़ की लागत से 18 बाईपास का निर्माण किया जा रहा है तथा उत्तर प्रदेश में 07 ग्रीन फील्ड हाइवे बनाये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लखनऊ से कानपुर तक एक्सप्रेस वे बनाये जाने का भूमि पूजन कल किया जा चुका है। केन्द्रीय मंत्री जी ने कहा कि रायबरेली से प्रयागराज तक के फोरलेन हेतु डी0पी0आर0 का कार्य शुरू हो गया है, शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारम्भ हो जायेगा। उन्होंने कहा कि फाफामऊ, प्रयागराज में केबलसीट ब्रिज बनायी जायेगी। इसके साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश का प्रथम डबल डेकर ब्रिज प्रयागराज शहर में बनाये जाने की भी घोषणा की। उन्होंने अझुआ बाजार में सिंगल पिलर ब्रिज बनाने तथा कोखराज से हण्डिया दक्षिणी बाईपास बनाये जाने की घोषणा करते हुए कहा कि आगामी 06 माह के अन्दर कार्य शुरू हो जायेगा। उन्होंने कहा कि गांव, गरीब, किसान एवं मजदूर का विकास करना हमारा लक्ष्य है एवं युवाओं को रोजगार देना तथा आत्मनिर्भर भारत बनाकर हिन्दुस्तान को दुनियॉ का सबसे शक्तिशाली देश बनाना हमारा सपना है।   कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री  ने पूरे हिन्दुस्तान में सड़क की क्रान्ति लाने वाले केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी जी का कौशाम्बी की धरती पर प्रथम आगमन पर कौशाम्बीवासियों एवं प्रदेशवासियों की तरफ से हार्दिक अभिनन्दन किया। उन्होंने कहा कि गंगा जी के किनारे जितने भी घाट बने हैं, उन सभी घाटों को केन्द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी  की स्वीकृति के द्वारा ही बने हैं। कानपुर से आने वाले जीटी रोड के 06 लेन का निर्माण कार्य गडकरी जी के नेतृत्व में हो रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री जी ने कल श्रृगवेरपुर, प्रयागराज में अयोध्या से रामेश्वरम तक राम वनगमन मार्ग बनाये जाने की घोषणा की है।  उन्होंने कहा कि इन निर्माण कार्यों के पूर्ण हो जाने से आने वाले समय में कौशाम्बी एवं प्रयागराज में भी रोजगार की बरसात होगी। उन्होंने कहा कि 2014 के पहले उत्तर प्रदेश में 06 हजार किमी0 राष्ट्रीय राजमार्ग था, जो अब बढ़कर 12 हजार किमी0 राष्ट्रीय राजमार्ग हो गया है। कार्यक्रम को सांसद श्री विनोद सोनकर, विधायक चायल श्री संजय गुप्ता एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी सम्बोधित किया।
 

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 केन्द्रीय मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री जी द्वारा प्रयागराज जनपद के अन्तर्गत रू0 76 करोड़ की लागत से 15 किमी0 लम्बाई की रामपुर से भड़ेवरा खण्ड का चैड़ीकरण एंव उन्नयन कार्य का लोकार्पण किया गया। इसी प्रकार भगवान श्रीराम वनगमन मार्ग के कौशाम्बी, फतेहपुर एवं चित्रकूट जनपद के अन्तर्गत रू0 1200 करोड़ की लागत की 38 किमी0 की लम्बाई की बरनपुर, कादीपुर इचैली से रमपुरिया अवल खण्ड का फोरलेन चैड़ीकरण एवं उन्नयन कार्य का शिलान्यास एवं चित्रकूट जनपद के अन्तर्गत रू0 900 करोड़ की लागत की 44 किमी0 की लम्बाई की रमपुरिया अवल से चकला राजरानी खण्ड का चैडीकरण व उन्नयन कार्य का शिलान्यास व चित्रकूट जनपद के अन्तर्गत रू0 100 करोड़ की लागत से 18 किमी0 लम्बाई की राजपुर से रैपुरा खण्ड का चैड़ीकरण एवं उन्नयन तथा प्रयागराज एवं मिर्जापुर जनपद के अन्तर्गत रू0 258 करोड़ की लागत से 44 किमी0 लम्बाई की भड़ेवरा से ड्रमडगंज खण्ड का चैड़ीकरण एवं उन्नयन कार्य का शिलान्यास तथा प्रयागराज जनपद के अन्तर्गत रू0 125 करोड़ की 05 किमी0 लम्बाई की आरओबी सहित जसरा बाईपास का निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया। इस अवसर पर सांसद बॉदा श्री आर0के0 पटेल, विधायकगण श्री लाल बहादुर एवं श्री शीतला प्रसाद उर्फ पप्पू पटेल, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती कल्पना सोनकर एवं श्रीमती अनीता त्रिपाठी सहित अन्य जनप्रतिनिधगण तथा जिलाधिकारी श्री सुजीत कुमार एवं पुलिस अधीक्षक श्री राधेश्याम विश्वकर्मा सहित अन्य अधिकारीगण  मौजूद रहे।
उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने सत्यवादी महाराजा हरिश्चंद्र की प्रतिमा का किया अनावरण
उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने सत्यवादी हरिश्चंद्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति लखनऊ द्वारा बाजार खाला क्षेत्र में शीघ्र ही शुरू किए जाने वाले द्वितीय धर्मार्थ चिकित्सालय रस्तोगी स्वास्थ्य परामर्श केंद्र में आज सत्यवादी महाराजा हरिश्चंद्र की विशाल प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर उन्होंने धर्मार्थ चिकित्सा के क्षेत्र में रस्तोगी समाज द्वारा किए जा रहे निःस्वार्थ प्रयासों की भरपूर सराहना की तथा समाज के निर्बल व असहाय वर्गों के सहायतार्थ किए जाने वाले ऐसे कार्यों में अपना भरपूर सहयोग देने का आश्वासन दिया। रस्तोगी समाज के शीघ्र शुरू होने वाले इस दूसरे धर्मार्थ चिकित्सालय में समाज के कमजोर वर्गों को निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध होगी।
इस अवसर पर लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने लखनऊ में एक मार्ग तथा एक पार्क का नामकरण सत्यवादी महाराजा हरिश्चंद्र के नाम पर करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर सत्यवादी हरिश्चंद्र स्वास्थ्य परीक्षण समिति के अध्यक्ष श्री दीपक रस्तोगी, हरीशचंद्रपुर दर्पण समिति के अध्यक्ष श्री गिरीश रस्तोगी, डॉक्टर अनिल रस्तोगी, श्री राजन रस्तोगी, श्री हरि जीवन रस्तोगी, श्री दिनेश रस्तोगी आदि मौजूद थे।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत महाविद्यालयों में शोध कार्यों को दिया जा रहा प्रोत्साहन
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में प्रदेश स्थित महाविद्यालयों में शोध कार्यों को प्रोत्साहन/बढ़ावा दिये जाने हेतु सभी परास्नातक एवं स्नातक विभागों के शिक्षकों को शोध निर्देशन की सुविधा अनुमन्य कराए जाने के संबंध में 05 नवम्बर, 2021 के शासनादेश द्वारा विस्तृत दिशा-निर्देश प्रसारित किए गए थे। उक्त शासनादेश में यह व्यवस्था थी कि ऐसे नियमित व पूर्णकालिक शिक्षक जो पीएच0डी0 किए हो तथा कम से कम 05 शोध पत्र रेफर्ड जनरल में प्रकाशित किए हों, शोध निर्देशन कर सकेंगे। महाविद्यालयों के शैक्षिक संगठनों द्वारा उप मुख्यमंत्री जी से मांग की गई कि यू0जी0सी0 विनियम में निर्धारित मानक के अनुसार महाविद्यालयों के शिक्षकों हेतु संदर्भित पत्रिकाओं में 05 के स्थान पर 02 शोध पत्र प्रकाशित किए गये हों, को शोध निर्देशन हेतु अनुमन्य किया जाए।
 

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उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा द्वारा शैक्षिक संगठनों के मांगों को स्वीकार करते हुए यू0जी0सी0 विनियम में निर्धारित व्यवस्था के अनुसार आदेश निर्गत करने के निर्देश दिय गये। इस संबंध में श्रीमती मोनिका एस. गर्ग, अपर मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा विभाग द्वारा बताया गया कि प्रदेश में स्थित महाविद्यालयों में शोध कार्यों के प्रोत्साहन/बढ़ावा देने हेतु यू0जी0सी0 द्वारा निर्धारित मानकों के आधार पर सभी परास्नातक एवं स्नातक विभागों के शिक्षकों द्वारा शोध निर्देशन किया जाएगा। मानित विश्वविद्यालय का कोई भी नियमित रूप से नियुक्त आचार्य, जिसने किसी संदर्भित पत्रिका में कम से कम 05 शोध प्रकाशित किए हों तथा विश्वविद्यालय/मानित विश्वविद्यालय संस्थान/महाविद्यालय का कोई नियमित सह/सहायक आचार्य जो पीएच0डी उपाधि धारक हो तथा जिसके संदर्भित पत्रिकाओं में 02 शोध प्रकाशन प्रकाशित किए गये हों, ऐसे शिक्षक शोध निर्देशन कर सकेगें। इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश शासनादेश दिनांक 06-01-2022 द्वारा निर्गत कर दिया गया है।
प्रदेश के छात्र/छात्राओं को तकनीकी कौशल प्रदान करने के लिए मे0 इन्फोसिस लि0 और यूपीडेस्को के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित
प्रदेश के छात्र-छात्राओं के तकनीकी सशक्तिकरण हेतु टैबलेट/स्मार्ट फोन वितरण सम्बन्धी महत्वाकांक्षी योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में वर्ष 2021-22 में अध्ययनरत युवा वर्ग को टैबलेट पीसी एवं स्मार्ट फोन वितरित किये जा रहे हैं। इन डिवाइसेज के अधिकाधिक उपयोग की दृष्टि सेउन्हें रोजगारपरक योजनाओं की जानकारी तथा शिक्षण सम्बन्धी पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जायेगी।
इस सम्बन्ध में आज मै0 इन्फोसिस लि0 की ओर से वर्चुअली रूप से उपस्थित हुए श्री थिरूमाला आरोही, सीनियर वाइस प्रेसीडेन्ट/हेड, एजुकेशन एण्ड ट्रेनिंग असेसमेन्ट तथा श्री कुमार विनीत, प्रबन्ध निदेशक, यूपीडेस्को के मध्य इस आशय का एक एम.ओ.यू. भी हस्ताक्षरित किया गया।
इस क्रम में कारपोरेट सोशल रेस्पाॅन्सिबिलिटी (सी.एस.आर.) मद के अन्तर्गत भारत की ही नहीं अपितु विश्व की नामचीन साफ्टवेयर कम्पनी मे0 इन्फोसिस लि0, बैंगलोर द्वारा इन्फोसिस स्प्रिंगबोर्ड पोर्टल के माध्यम से सभी युवा वर्ग को रोजगार के दृष्टिगत उन्हें सक्षम बनाये जाने के उद्देश्य से निःशुल्क आॅनलाइन पाठ्यक्रम उपलब्ध कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त मे0 इन्फोसिस लि0 द्वारा प्रदत्त स्प्रिंगबोर्ड प्लेटफार्म पर विभिन्न शैक्षणिक संस्थान/विश्वविद्यालय आगामी शिक्षण सत्र में पाठ्य सामग्री आदि का भी संचरण कर सकते हैं। इस प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदेश के विद्यालयों द्वारा विभिन्न विषयों के संसाधनों को संकलित करके माइक्रोसाइट्स का उद्गम किया जा सकता है।साथ ही इस प्लेटफार्म का उपयोग कर आॅनलाइन परीक्षायें सुनियोजित ढंग से आयोजित की जा सकती हैं तथा पूर्व में तैयार की गयी पठन-पाठन सामग्री (लेक्चर्स) का पुनः प्रयोग किया जाना सम्भव है। ऐसी अवधारणा है कि इससे विद्यार्थियों को शिक्षा के सर्वोत्तम अवसर प्राप्त होंगे।
यह भी अवगत कराया गया कि इस प्लेटफार्म पर 3900 से अधिक कोर्सों को पढ़ने की सुविधा होगी जोकि प्रोग्रामिंग, डिजिटल टेक्नोलाजीज़, डोमेन, स्टेटेजीज़, प्रोजेक्ट मैनेजमेन्ट, प्रोसेस एवं लाइफ स्किल्स आदि से सम्बन्धित हैं। इस योजना का प्रारम्भ पहले 10 पाॅयलेट जनपदों से किया जायेगा, जिनमें गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज प्रमुख हैं। पॉयलेट जनपदों के चयनित विद्यालयों में विभिन्न विधाओं जैसे इंजीनियरिंग, मेडिकल, नर्सिंग, आईटीआई, व्यवसायिक, कौशल विकास, कला एवं विज्ञान आदि कोर्सेज़ के विद्यार्थियों को यह सुविधा प्रदान की जायेगी। अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग तथा सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग, ने कहा कि मे0 इन्फोसिस लि0 द्वारा प्रदत्त यह सुविधा पूर्ण रूप से निःशुल्क होगी तथा युवा वर्ग के उपयोगार्थ बहुत लाभदायी होगी। उनके द्वारा यह आह्वान किया गया कि मे0 इन्फोसिस लि0 द्वारा प्रदत्त की जानी वाली इस सुविधा से युवा वर्ग अधिकाधिक लाभ उठायें तथा रोजगार के विषय में अपने आप को तकनीकी रूप से सशक्त करें। छात्र-छात्राओं द्वारा इस प्लेटफार्म के माध्यम से निःशुल्क रूप में उपलब्ध पठन-पाठन सामग्री का भरपूर उपयोग किया जाए। उनके द्वारा इस प्रोग्राम के सफल संचालन हेतु विभिन्न स्तरीय उच्च एवं उच्चतर, आईटीआई, व्यावसायिक, तकनीकी आदि विद्यालयों के स्टाफ का ओरिएन्टेशन किए जाने पर भी बल दिया गया।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने आज यहां डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के एकेडमिक ब्लाक में कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कोविड-19 नाॅलेज रिपोसिट्री पोर्टल/वेबसाइट-लांच किया। यह वेबसाइट चिकित्सा शिक्षा विभाग और ममता-हेल्थ इन्स्टीट्यूट फॉर मदर एण्ड चाइल्ड के सहयोग से तैयार की गयी है। राज्य में मेडिकल काॅलेजों द्वारा किये गये शोध सहित कोविड-19 से सम्बंधित सभी सूचनाएं इसके माध्यम से प्राप्त की जा सकती है। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने सभी कोरोना योद्धाओं का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 महामारी के संक्रमण को रोकने में सफलता प्राप्त की गयी। उन्होंने कहा कि यह बीमारी पहली बार जब मार्च, 2020 में उ0प्र0 में सामने आयी तो चिकित्सा शिक्षा विभाग ने अपनी कमर कसते हुए सभी मेडिकल काॅलेजों में कोविड आइसोलेशन तथा आईसीयू बेड की तैनाती के साथ-साथ सभी जगहों पर परीक्षण सुविधाओं को बढ़ाते हुए उपचार के दिशा-निर्देश विकसित किये गये। इसके साथ ही नैतिकता और रोकथाम पर प्रशिक्षण भी दिया गया।
 

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श्री खन्ना ने कहा कि किसी भी सेवा का मूल्यांकन होना आवश्यक है। उन्होंने कोरोना योद्धाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज सम्मान के रूप में उन्हें जो भी मिला है वह उनके अपने परिश्रम का प्रतिफल है। जिन लोगों ने कोविड में अच्छा कार्य किया अपनी जान, भविष्य, परिवार तथा बच्चों की परवाह न करते हुए लोगों की जान बचाई उनकी सेवाओं के लिए उनका सम्मान अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सभी की इच्छा होती है कि उनके द्वारा अच्छा कार्य करने पर उनका उत्साहवर्द्धन एवं सम्मान हो। उन्होंने कहा कि हम बहुत कठिन परिस्थितियों से गुजरे हैं। वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जो खबरें आ रही हैं वह चिन्ताजनक हैं। जिस प्रकार कोविड-19 के ओमिक्रान या इसके समकक्ष अन्य वायरस जो फैल रहे हैं उसके लिए भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि इसके बारे में लोगों को जागरूक किया जाय।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने मेडिकल काॅलेजों को स्मृति चिन्ह के साथ परीक्षण, नवाचार, अनुसंधान प्रकाशन, रोगीभार, व्यक्तिगत लक्ष्य प्राप्तिकर्ता जैसी विभिन्न श्रेणियों के तहत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया। अधिकतम नमूने परीक्षण की श्रेणी के तहत केजीएमयू को सम्मानित किया।
सहकारिता मंत्री ने उप्र कोआपरेटिव फेडरेशन लि0 (पी.सी.एफ.) के उद्यम संसाधन विकास साफ्टवेयर एवं ऑनलाइन अनुश्रवण प्रणाली का किया शुभारम्भ
उ0प्र0 के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार में सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को कृषि कार्यों के साथ-साथ अन्य कार्यों में भी सहयोग प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है। सहकारी समितियों की परिसम्पत्तियों को अद्यतन कराने का कार्य भी किया जा रहा है। वर्तमान सरकार में सहकारी समितियों को सुदृढ़ करने का कार्य किया जा रहा है। सुदूर ग्रामीण अंचलों में स्थित सहकारी समितियों के माध्यम से उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर विविध उत्पाद उपलब्ध कराने एवं किसानों के उपज का उचित मूल्य दिलाने का कार्य किया जाता है। यह बातें सहकारिता मंत्री श्री वर्मा ने आज आयुक्त एवं निबन्धक कार्यालय के सभागार के उ0प्र0 कोआपरेटिव फेडरेशन लि0 (पी.सी.एफ.) के उद्यम संसाधन विकास साफ्टवेयर एवं आॅनलाइन अनुश्रवण प्रणाली का शुभारम्भ, प्रदेश की सहकारी संस्थाओं की परिसम्पत्तियों का डिजिटलीकरण का लोकार्पण तथा उ0प्र0 उपभोक्ता सहकारी संघ लि0 एवं ट्राईफेड के मध्य व्यावसायिक एम0ओ0यू0 के अवसर पर कहीं। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 कोआपरेटिव फेडरेशन लि0 के उद्यम संसाधन विकास साफ्टवेयर एवं ऑनलाइन अनुश्रवण प्रणाली का शुभारम्भ किया गया। इस प्रणाली के माध्यम से सहकारी समितियों पर जाने का रास्ता, व्यवस्था, मोबाइल नम्बर सहित विभिन्न जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
 

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वर्मा ने कहा उ0प्र0 की सहकारी संस्थाओं की परिसम्पत्तियों का डिजिटलीकरण हो जाने से सहकारी समितियों की सम्पत्तियों के डेटा को अद्यतन किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 उपभोक्ता सहकारी संघ लि0 एवं ट्राईबेल कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन आॅफ इण्डिया लि0 के मध्य व्यावसायिक एम0ओ0यू0 किया गया है। उन्होंने कहा कि ट्राईफेड का मुख्य कार्य अतिपिछड़े व्यक्तियों (जनजातियों) द्वारा बनाये गये उत्पादों को न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि ट्राईबेल कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन आॅफ इण्डिया लि0 राष्ट्रीय स्तर की एक शीर्ष सहकारी संस्था है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव सहकारिता श्री बी0एल0 मीणा, विशेष सचिव सहकारिता/अपर आयुक्त निबन्धक बैंकिंग श्रीमती बी0चन्द्र कला, यू0पी0एस0एस0 के चेयर मैन, नाबार्ड के सी0जी0एम0 डी0एस0 चैहान, प्रबन्ध निदेशक उ0प्र0 भण्डारण निगम के प्रबन्ध निदेशक श्रीकान्त गोस्वामी, प्रबन्ध निदेशक श्री राजीव यादव, पी0सी0एफ0 के आलोक दीक्षित सहित शीर्ष संस्थाओं के प्रबन्ध निदेशक सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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