Prabhasakshi’s Newsroom। चंडीगढ़ की जनता ने AAP पर जताया विश्वास, गदगद हुए केजरीवाल
साल 2011 में हिन्दुस्तान 28 साल बाद आईसीसी विश्व कप में मिली जीत का जश्न मना रही थी। उसके बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के नेतृत्व में कुछ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता एकजुट हुए। आंदोलन समाप्त हुआ लेकिन आंदोलन का जज्बा कुछ लोगों के भीतर जारी रहा और उन लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बना ली और यह तीसरी दफा है जब दिल्ली की सत्ता आम आदमी पार्टी के पास है और उनका लगातार विस्तार हो रहा है। फिलहाल आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव की तरफ अपना ध्यान केंद्रित किए हुए है। ऐसे में चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव उनके लिए खुशियां लेकर आया है।
इसे भी पढ़ें: भाजपा-कांग्रेस को झटका, 14 सीटों के साथ AAP बनी सिंगल लार्जेस्ट पार्टी
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव
पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में हिस्सा लिया और वहां के 35 वार्डों में से 14 पर जीत भी दर्ज की। वहीं पिछले नगर निगम चुनाव में 26 में से 21 वार्डों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा महज 12 पर खिसक गई। हालांकि आम आदमी पार्टी के बाद सबसे ज्यादा वार्डों पर भाजपा ने ही जीत दर्ज की है। इस चुनाव में कांग्रेस ने 8 और अकाली दल ने एक वार्ड पर जीत हासिल की है। आपको बता दें कि चंडीगढ़ में परिसीमन के बाद वार्डों की संख्या में विस्तार हुआ और वार्डों की संख्या 26 से बढ़कर 35 हो गईं।
कौन से दल का बनेगा मेयर ?
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव के नतीजे सामने आ गए लेकिन किसी के पास भी मेयर बनाने के लिए पर्याप्त आंकड़ा नहीं है। आम आदमी पार्टी को अपना मेयर चुनने के लिए 19 पार्षदों के समर्थन की आवश्यकता है तो वहीं भाजपा को 18 पार्षदों की क्योंकि उनके पास चंडीगढ़ के सांसद का एक वोट है।
पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में हिस्सा लेने वाली आम आदमी पार्टी ने कम चुनावी कैंपने करने के बावजूद भाजपा को परास्त कर दिया। आम आदमी पार्टी की तरफ से अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने जिम्मा संभाला। जबकि भाजपा ने केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ अपने कई मुख्यमंत्रियों को अपने उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के लिए प्रेरित किया और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगे।
इसे भी पढ़ें: शिअद और कांग्रेस पर बरसे केजरीवाल, बोले- बेअदबी के मास्टरमाइंड को पकड़ा होता तो यह घटनाएं नहीं होती
जीत से गदगद हैं केजरीवाल
नगर निगम चुनाव परिणाम देखने के लिए गदगद हुए अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की ये जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए AAP की ईमानदार राजनीति को चुना है। AAP के सभी विजयी उम्मीदवारों एवं सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई। इस बार पंजाब बदलाव के लिए तैयार है। वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि चंडीगढ़ ने हमारा भव्य स्वागत किया है।
आप नेता राघव चड्ढा ने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग उनसे ऊब चुके हैं क्योंकि बार-बार मौका दिए जाने के बावजूद वे कुछ नहीं कर पाए। लोग एक ईमानदार विकल्प की तलाश में थे। चड्ढा ने कहा कि ये दो पारंपरिक दल विकास करने और व्यवस्था में बदलाव लाने में विफल रहे, जो लोग चाहते थे। लोगों ने देखा कि कैसे एक साधारण पार्षद, जो साइकिल और स्कूटर पर घूमता था, के पास बड़े फार्महाउस और संचित संपत्तियां हैं। वहीं राघव चड्ढा ने नगर निगम चुनाव के परिणामों को ट्रेलर बताते हुए कहा कि यहां के लोगों का मिजाज पंजाब चुनाव में भी दिखेगा। चड्ढा ने कहा कि चंडीगढ़ की जनता ने केजरीवाल को मौका दिया, पंजाब की जनता भी देगी हमें एक मौका। चुनाव परिणाम बताते हैं कि कांग्रेस की ताकत कमजोर हुई है। अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए कांग्रेस ने अपना आधार बना लिया था लेकिन चरणजीत सिंह चन्नी को लोह कम पसंद कर रहे हैं और नतीजे इसका स्पष्ट उदाहरण है।