सूतक में होने के बावजूद लोकार्पण पूजन करने वाले अर्चक श्रीकांत मिश्रा पर बैठी जांच
Varanasi। 13 दिसंबर को हुए काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर का लोकार्पण की पूजा को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के पूर्व सदस्य प्रदीप बजाज ने प्रशासन को सभी दस्तावेजों के साथ लिखित जानकारी दी है। लोकर्पण पूजन करने वाले अर्चक श्रीकांत मिश्रा ने सूतक में होने के बावजूद पीएम द्वारा पूजा विधि कराई, जबकि सनातन धर्म के अनुसार, किसी के संबंधित परिवार में जब किसी की मृत्यु होती है तो उसपर 10 दिनों का सूतक लगता है, जिस दौरान पूजा पाठ आदि शुभ कार्य करना अशुभ माना जाता है।
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अर्चक श्रीकांत मिश्रा के भतीजे वेद प्रकाश मिश्रा की 5 दिसंबर को सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी, जिसका खुलासा वेद के तेरहवीं आयोजन के निमंत्रण पत्र सामने आने पर हुआ। मामला संज्ञान में आने के बाद सभी लोग जांच और कार्यवाई की मांग कर रहे है।धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने भी मामले की रिपोर्ट मंदिर प्रशासन से मांगी है, जांच के आधार पर अर्चक के खिलाफ कार्यवाई की जाएगी।