कोलकाता नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने लगाया धांधली का आरोप, दोबारा चुनाव कराने की मांग को लेकर शुभेंदु अधिकारी धरने पर बैठे
पश्चिम बंगाल में रविवार को हुए कोलकाता नगर निगम चुनाव को लेकर बीजेपी ने सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर चुनावों में धांधली का आरोप लगाया है। बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि टीएमसी के एक एक गुंडों ने आठ से 10 वोट दिए। उन्होंने कहा कि इन चुनावों को असामान्य करार किया जाए, इस बात के हमारे पास पर्याप्त सबूत है कि चुनावों में धांधली हुई है। हम वो सबूत कोर्ट में जमा करने के लिए तैयार हैं। इतना ही नहीं शुभेंदु अधिकारी ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार देते हुए कहा कि ममता बनर्जी किम जोंग उन की तरह है,और यह चुनाव रद्द होना चाहिए।
कोलकाता नगर निगम चुनाव को लेकर विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मिले। राज्यपाल से मिलने के बाद अधिकारी ने राज्य पुलिस को टीएमसी का कैडर बता दिया। उन्होंने कहा की पुलिस दो टीएमसी की कैडर है। पुलिस को ममता का आदेश था कि खाली हाथ रहो और टीएमसी के गुंडों को बचाओ। अधिकारी ने कहा 30 से 40 प्रतिशत बाहर के वोट लेकर मतदान हुआ है।
बीजेपी की दोबारा चुनाव कराने की मांग
बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने दोबारा चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल चुनाव आयोग से मुलाकात की थी। इसके बाद अधिकारी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से मुलाकात कर दोबारा मतदान कराए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सीसीटीवी फुटेज की फॉरेंसिक जांच चाहती है। अधिकारी ने दावा किया कि चुनाव के दौरान बीजेपी के एजेंटों को पीटा गया यह सुरक्षा में एक बड़ी चूक है। इसके साथ ही बीजेपी ने टीएमसी पर वोटों की लूट करने का भी आरोप लगाया। आपको बता दें कि छुटपुट हिंसा के साथ कोलकाता नगर निगम चुनाव संपन्न हुआ। रविवार शाम 5:00 बजे तक 64 फ़ीसदी वोटिंग दर्ज की गई। वोटिंग के दौरान 2 से 3 जगहों पर बमबारी की घटना भी हुई जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। दिनभर हिंसा की छुटपुट खबरें आती रहीं। हालांकि राज्य चुनाव आयोग ने चुनावों को शांतिपूर्ण बताया है। आपको बता दें कि, मतदान की गिनती सोमवार यानी आज होगी। वोटिंग में धांधली का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने दोबारा चुनाव कराने की मांग की है।इसी मांग को लेकर शुभेंदु अधिकारी धरने पर बैठ गए।
केएमसी के लिए 144 वार्डों में चुनाव हुए हैं। जिसमें कुल 950 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिनमें से 378 उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव में ताल ठोक रहे थे। वोटिंग के लिए कुल चार हज़ार 959 दान केंद्र बनाए गए थे। केएमसी चुनाव में करीब 40 लाख 48 हज़ार 357 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
