पैसे लेकर कर रहे थे Facebook अकाउंट हैक, मेटा ने 1500 खातों को किया ब्लॉक
मेटा वैसे तो इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी है। मेटा के पास फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप तक के अधिकार हैं। वहीं अब मेटा ने अपने यूजर्स के हित में एक बड़ा एक्शन लिया है। फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने भारत समेत दुनियाभर के 1,500 अकाउंट को ब्लॉक किया है जो पैसे लेकर अपने देश के पॉलिटिकल लीडर, इलेक्शन ऑफिसर्स, ह्यूमन राइट्स और पॉपुलर सेलिब्रिटी को टारगेट कर रही थीं। इसके साथ ही करीब 50 हजार लोगों को अलर्ट भेजा है। ये कथित रूप से सार्वजनिक सूचनाओं को ऑनलाइन खंगालने से लेकर नकली व्यक्तियों का उपयोग करके लक्ष्य के साथ विश्वास बनाने या हैक हमलों के माध्यम से डिजिटल स्नूपिंग जैसी सेवाओं वाले समूहों से जुड़े थे।
50,000 लोगों को अलर्ट
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी मेटा (पूर्व में फेसबुक) 100 से अधिक देशों में लगभग 50,000 लोगों को चेतावनी संदेश (अलर्ट) भेज रही है, जिनके बारे में उसे लगता है कि वे इनमें से एक या अधिक संस्थाओं द्वारा लक्षित थे। इन सात कंपनियों में बेलट्रॉक्स (भारत), साइट्रोक्स (उत्तर मैसेडोनिया), कोबवेब्स टेक्नोलॉजीज, कॉगनिट, ब्लैक क्यूब एवं ब्लूहॉक सीआई (इजराइल) तथा चीन की एक अज्ञात इकाई शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें: पति के साथ बेडरूम में इंटिमेट हो रही थी महिला, फेसबुक पर हुआ लाइव, पिता ने भी देखा वीडियो
किन कंपनियों को मेटा ने किया ब्लॉक?
मेटा की ओर से कहा गया कि उसने कोबवेब्स टेक्नोलॉजीज, कॉगनीट, ब्लैक क्यूब और ब्लूहॉक सीआई, के साथ ही भारत स्थित बेलट्रॉक्स, उत्तरी मैसेडोनियन फर्म साइट्रोक्स और चीन में एक अननोन कंपनी को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया है।
कैसे करते हैं ऑपरेट
यह कंपनियां जासूसी का प्रोफेशनल रूप से काम करती थी। यानी क्लाइंट से पैसे लेकर टारगेट पर्सन की जासूसी करती थीं। इसीलिए इनका नाम सर्विलांस-फॉर-हायर वाली कंपनी दिया गया। “वेब खुफिया सेवाएं” बेचने वाली फर्में सार्वजनिक रूप से उपलब्ध ऑनलाइन स्रोतों जैसे समाचार रिपोर्ट और विकिपीडिया से जानकारी एकत्र करके निगरानी प्रक्रिया शुरू करती हैं। फिर लोगों के प्रोफाइल से जानकारी इकट्ठा करने के लिए सोशल मीडिया साइटों पर नकली खाते स्थापित करते हैं और यहां तक कि अधिक जानने के लिए समूहों या बातचीत में शामिल होते हैं।