हेलीकॉप्टर हादसे की सभी संभावित पहलुओं से की जा रही जांच
नयी दिल्ली| तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे की जांच कर रहा तीनों सेना का एक दल मानवीय गलती समेत सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रहा है।
बुधवार को हुई इस घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई थी। घटनाक्रम से अवगत लोगों ने यह जानकारी दी।
भारतीय वायु सेना के दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रेकॉर्डर (एफडीआर) और कॉकपिट वॉइस रेकॉर्डर (सीवीआर) बृहस्पतिवार को बरामद किया गया।
सीवीआर से जहां पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच हुई बातचीत का पता चलेगा, वहीं एफडीआर से हेलीकॉप्टर की ऊंचाई, गति और अन्य तकनीकी आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे।
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, “संभावित मानवीय गलती समेत सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।”
संसद में एक बयान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि तीनों सेनाओं के एक दल को दुर्घटना की जांच का आदेश दिया गया है।
इस दल का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह करेंगे, जो कि एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं और भारतीय वायु सेना में रहते हुए कई दुर्घटनाओं की जांच कर चुके हैं।
कई पूर्व और वर्तमान सैन्य कमांडरों का मानना है कि एयर मार्शल सिंह देश में उपलब्ध “सर्वश्रेष्ठ” एयर क्रैश जांचकर्ता हैं। एयर मार्शल सिंह अभी वायु सेना की बेंगलुरु स्थित प्रशिक्षण कमान के प्रमुख हैं।