‘ब्लाउज’ बना औरत की मौत का कारण! दर्जी पति नहीं कर पाया पत्नी को खुश, गुस्साई महिला ने कर ली आत्महत्या
इंसान का गुस्सा बहुत ही खतरनाक चीज है, गुस्से के कारण जिंदगी में बड़े-बड़े हादसे हो जाते हैं। ये गुस्सा ही इंसान की जान का सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता हैं। हैदराबाद से आ रही खबर भी कुछ इस तरह ही हैं, जहां पति और पत्नी के बीच ब्लाउज को लेकर झगड़ा हुआ, जिसके बाद पत्नी ने गुस्से में फांसी लगा ली। हैदराबाद के अंबरपेट इलाके में 35 वर्षीय गृहिणी ने अपने दर्जी पति द्वारा सिले गये ब्लाउज को नपसंद कर दिया जिसके बाद दोनों में बहस हुई और नराज पत्नी ने आत्महत्या कर ली। NDTV द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, हैदराबाद के अंबरपेट में गोलनाका थिरुमाला नगर क्षेत्र में अपने पति श्रीनिवास और दो बच्चों के साथ रहने वाली विजयलक्ष्मी अपने बेडरूम में मृत पाई गई थी। माना जा रहा है कि श्रीनिवास घर-घर जाकर महिलाओं के पड़े साड़ी-ब्लाउज बेचता था। वह घर पर ब्लाउज बनाता भी था। एक दिन उसने अपनी पत्नी का ब्लाऊज भी सिला लेकिन पत्नी को वो पसंद नहीं आया। पत्नी ने ब्लाउज को ठीक करने के लिए जिसके बाद पति ने ठीक करने से मना कर दिया। इस मुद्दे पर दोनों की बहस हुई और गुस्साई पत्नी ने अपने पति की बातों से आहत होकर फांसी लगा ली।
महिला की मौत का कारण बना ब्लाउज
घर-घर जाकर साड़ी और ब्लाउज की सामग्री बेचकर अपनी आजीविका चलाने वाले श्रीनिवास ने अपनी पत्नी के लिए एक ब्लाउज बनाया। हालाँकि, उसकी पत्नी उसके काम से प्रभावित नहीं हुई और उसने उसे ब्लाउज को फिर से ठीक करने के लिए कहा। श्रीनिवास ने अपने द्वारा बनाए गए ब्लाउज के टांके खोले और विजयलक्ष्मी को उनकी पसंद के अनुसार इसे स्वयं ठीक करने के लिए कहा। यह बात विजयलक्ष्मी को अच्छी नहीं लगी और उसने अगले दिन खुद को अपने कमरे में बंद कर लिया। जब उसके बच्चे स्कूल से लौटे तो उन्होंने बेडरूम का दरवाजा बंद पाया। बार-बार दस्तक देने के बाद भी कोई जवाब नहीं मिलने पर पति को स्थिति की जानकारी दी गई, जो बाद में घर पहुंचे और जबरन दरवाजा खोला तो महिला को फांसी पर लटका पाया।
अंबरपेट इंस्पेक्टर पी.सुधाकर ने कहा कि, पति के अनुसार, विजयलक्ष्मी जब भी किसी बात से परेशान होती थी, तो खुद को बंद कर लेती थी, इसलिए उन्हें किसी दुर्घटना का संदेह नहीं था। पुलिस ने संदिग्ध मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है क्योंकि मृतक ने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा है।
