देश के गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह रविवार को राजस्थान दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा के जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित किया। इसी कड़ी में अमित शाह ने राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा सस्पेंस खत्म करने की कोशिश की। दरअसल, राजस्थान में लगातार सीएम फेस की मांग भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से की जा रही है। 2018 के विधानसभा चुनाव तक देखें तो राजस्थान में वसुंधरा राजे का दबदबा रहा है। हालांकि वर्तमान में देखें तो वह लगातार संगठन से दूर दिखाई दे रही हैं। वसुंधरा राजे समर्थकों का आरोप रहता है कि फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री को संगठन की ओर से हासिए पर किया जा रहा है और यही कारण है कि वसुंधरा राजे गुट उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग लगातार करता रहा है। वसुंधरा गुट यह तक दावा करता है कि अगर वह राजस्थान में मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं हुईं तो भाजपा खत्म हो जाएगी।
जयपुर में @BJP4Rajasthan की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित किया।
राजस्थान के गौरव व सम्मान की रक्षा करना भाजपा की जिम्मेदारी है, जिसके लिए हम सभी को मिलकर पूरी निष्ठा व समर्पण के साथ 2023 में राजस्थान में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनाने के लिए मेहनत करनी है। pic.twitter.com/WwrRh2RQaz
— Amit Shah (@AmitShah) December 5, 2021 हालांकि एक बात सत्य है कि राजस्थान में भाजपा में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। एक तरफ प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का गुट है तो दूसरी तरफ वसुंधरा राजे का। अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत जैसे नेताओं का अपना अलग-अलग गुट है। यही कारण है कि अमित शाह ने भाजपा की कार्यसमिति में संदेश देने के लिए जयपुर का दौरा किया। भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने साफ तौर पर कह दिया कि जो संगठन के लिए काम करेगा, संगठन के लिए पसीना बहाएगा, उसी को इनाम मिलेगा। माना जा रहा है कि अमित शाह ने अपने इस बयान से मुख्यमंत्री फेस की मांग करने वाले कार्यकर्ताओं को बड़ा संदेश दे दिया है। मंच पर देखे तो वसुंधरा राजे के साथ साथ सतीश पूनिया को भी अमित शाह की ओर से प्राथमिकता दी गई।
इसके अलावा शाह के 2 दिनों के राजस्थान दौरे को देखें तो केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की खासी अहमियत दिखाई दी। इसके बाद से राजस्थान में इस बात को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है कि गजेंद्र सिंह शेखावत को ही भाजपा आगे ना कर दें। वहीं, अमित शाह ने इस बात को भी साफ कर दिया कि भाजपा का इरादा गहलोत सरकार गिराना नहीं है बल्कि अपने दम पर सरकार बनाना है। शाह ने कहा कि शाह ने कहा,‘‘ भाजपा आपकी सरकार नहीं गिराएगी बल्कि 2023 में पूर्ण बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी।’’ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा,‘‘ उनको हमेशा डर रहता है कि मेरी सरकार गिर जाएगी, मेरी सरकार गिर जाएगी… भइया कौन गिरा रहा है? कोई नहीं गिरा रहा। मगर आप ऐसा क्यों कर रहे हो कि आपके ही लोग भागे जा रहे हैं?’’