बाल अधिकारों को महत्व दिए बिना सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल नहीं किया जा सकता: अमिताभ कांत

नयी दिल्ली|  नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने मंगलवार को कहा कि बाल अधिकारों को महत्व दिए बिना सतत विकास के लक्ष्य हासिल नहीं किए जा सकते।

बच्चों के लिए काम करने वाले एक गैर सरकारी संगठन ‘सेव द चिल्ड्रन’ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कांत ने कहा कि बाल अधिकारों पर सतत विकास एजेंडे का व्यापक प्रभाव है।
उन्होंने कहा, “सतत विकास के लक्ष्य बाल अधिकारों के महत्व को समझे बिना हासिल नहीं किए जा सकते।

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बच्चों के अधिकारों पर सतत विकास के एजेंडे का व्यापक प्रभाव है इसलिए यह जरूरी है कि सतत विकास के लक्ष्यों को पाने के लिए बच्चों को प्राथमिकता दी जाए।”

वर्ष 2015 में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्यों द्वारा 2030 के लिए सतत विकास के एजेंडे को अपनाया गया था।
इसमें वर्तमान और भविष्य में लोगों और धरती के लिए शांति और समृद्धि का साझा खाका तैयार किया गया है।

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सतत विकास के 17 लक्ष्य हैं जिन पर विकसित और विकासशील देशों वैश्विक साझेदारी के तहत तत्काल कार्रवाई करनी है।

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