सलमान खुर्शीद की किताब के प्रकाशन, बिक्री के खिलाफ दिल्ली की अदालत में याचिका दाखिल

नयी दिल्ली| समाज के एक बड़े वर्ग की भावनाओं को कथित रूप से आहत करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की किताब के प्रकाशन, प्रसार और बिक्री को रोकने के वास्ते दिल्ली की एक अदालत में याचिका दाखिल की गयी है।

शिकायतकर्ता के वकील ने शनिवार को यह जानकारी दी।
यह याचिका दक्षिणपंथी समूह ‘हिंदू सेना’ के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने दाखिल की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खुर्शीद ने अपनी किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन आवर टाइम्स’ में कथित तौर पर हिंदुत्व के ‘‘उग्र स्वरूप’’ की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे जिहादी इस्लामी आतंकवादी समूहों से की गई है, जिससे विवाद शुरू हो गया है।

इसे भी पढ़ें: हिंदू सेना की सलमान खुर्शीद की पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की मांग

गुप्ता के वकील अक्षय अग्रवाल और सुशांत प्रकाश ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पुस्तक के विमोचन का उद्देश्य अल्पसंख्यकों का ध्रुवीकरण और वोट हासिल करना है।

याचिका में पुस्तक के प्रकाशन, वितरण, प्रसार और बिक्री के खिलाफ रोक लगाने और इसे ‘‘समाज और देश के व्यापक हित में’’ प्रतिबंधित भी करने का अनुरोध किया गया है।
‘हिंदू सेना’ ने किताब पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध करते हुए आरोप लगाया है कि खुर्शीद की टिप्पणी सामाजिक अखंडता को नुकसान पहुंचाने वाली और हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे एक पत्र में ‘हिंदू सेना’ के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि पुस्तक में की गई तुलना हिंदू धर्म को बदनाम करने का एक प्रयास है।

किताब में खुर्शीद की टिप्पणी पर विवाद के बीच, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर भारत में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को कहा कि हिंदू धर्म और हिंदुत्व में फर्क है। उनकी इस टिप्पणी पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कांग्रेस नेतृत्व पर हिंदू मत के खिलाफ घृणा को पोषित करने का आरोप लगाया।

इसे भी पढ़ें: हिंदुत्व पर खुर्शीद की टिप्पणी से छिड़ा विवाद, भाजपा और आजाद ने निशाना साधा

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed