कनाडा से आ रही है माँ अन्नपूर्णा की प्रतिमा, काशी विश्वनाथ मंदिर में होगी मंदिर की प्राणप्रतिष्ठा
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा और नीलकंठ तिवारी को गुरुवार के दिन केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने दिल्ली में मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को सौंपा। आपको जानकर हैरानी होगी करीब 100 साल पहले मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा चोरी हो गई थी। जो अब जाकर कनाडा से बरामद हुई है। मां अन्नपूर्णा के इस मूर्ति को 15 नवंबर को विश्वनाथ मंदिर में स्थापित किया जाएगा। कनाडा से मिली इस मूर्ति को कनाडा सरकार ने भारत सरकार को सौंप दिया है।वही इस पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि एक समय था जब भारत की सारी परंपराएं टूट कर रिस रिस कर देश से बाहर जा रही थी और आज वह समय है कि मूर्तियों के संजोने व उसकी मरम्मत करने का समय फिर से आ गया है। वहीं इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि हमारे यहाँ से जो भी मूर्तियां चोरी हुई थी या उसे ले लिया गया था अब सब वापस हो रही है।
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आपको बता दें इस तरह के लगभग 200 मूर्तियां वापस लाई गई हैं जिनमें से अन्नपूर्णा मां के स्वरूप को वापस लाने की तैयारियां जोरों पर चल रही है। उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि हमारी चोरी की गई मूर्तियों को दोबारा से वापस लाना हमारे लिए गौरव की बात है।इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन अपने चरम सीमा पर थी तो यहां की सारी मूर्तियां कनाडा चली गई थी लेकिन अब हमारी मूर्ति वापस लौट आयी हैं। 15 नवंबर को माता अन्नपूर्णा के मंदिर की पुनः स्थापना की जाएगी।
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काशी विश्वनाथ मंदिर में कनाडा से आ रही मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए तैयारियां जोरो पर शुरू हो गई हैं। मां अन्नपूर्णा के स्वागत के लिए श्री काशी विश्वनाथ धाम को भी पूरी तरह से सजाया जाएगा। इतना ही नही मूर्ति के आगमन वाले सारे मार्ग पर जगह-जगह रुक कर स्वागत और पूजन भी किया जाएगा।इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रबोधिनी एकादशी के अवसर पर 15 नवंबर को प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा कर उसे स्थापित करेंगे। काशी विद्वत परिषद के मार्गदर्शन में प्राण प्रतिष्ठा के संपूर्ण अनुष्ठान काशी विश्वनाथ धाम में संपूर्ण होंगे।