बेरोजगारी सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से हो रही नियुक्तियों को लेकर सदन में चर्चा न होने पर कांग्रेस का फिर वॉकआउट

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन आज कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा खडा कर दिया । जिससे सदन में खासी गहमागहमी रही। हालांकि कांग्रेस की चरचा की मांग नहीं मानी जिससे गुस्साये कांग्रेस सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया । जिस पर सीएम ने
कहा कि
विपक्षी सदस्य खबरों में रहने के लिये यह सब कर रहे हैं
आज प्रश्नकाल शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री खड़े हुए। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार से राज्य में बेरोजगारी की स्थिति और सरकारी विभागों में चोर दरवाजे से हो रही नियुक्तियों का मामला उठाना चाहा। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री आशा कुमारी इंद्र दत्त लखन पाल राजेंद्र राणा की ओर से नियम-67 के तहत चर्चा मांगी गई। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी ।कांग्रेस सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया
कांग्रेस सदस्यों के रवैये से नाराज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा विपक्ष ने तो यह रसम बना ली है, बिना कारण ही वाकआउट कर रहे हैं। सदन की गंभीरता को विपक्ष भूल गया है। जानबूझकर विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान डाला जाता है। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है कि सरकार के विभिन्न उपक्रमों में आउटसोर्स पर भर्तियां हो रही हैं। एक क्षेत्र विशेष में भर्तियों को लेकर लगाए जा रहे आरोप बिल्कुल निराधार हैं। चर्चा करने के लिए प्रस्ताव लाना सदस्यों का अधिकार है। लेकिन अकारण ही सदन की कार्यवाही को बाधित करना एक आदत बन चुकी है। कांग्रेसी विधायक केवल विधानसभा में खबर बनाने के लिए आते हैं, इसलिए वॉकआउट करते हैं, कांग्रेस का यही रवैया बन चुका है।
विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि विपक्षी कांग्रेस द्वारा लाए गए बेरोजगारी की समस्या और प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों में चोर दरवाजे से हो रही भर्तियों पर लाया गया प्रस्ताव मैं स्वीकार नहीं करूंगा। विपक्षी कांग्रेस के वॉक आउट करने के बाद प्रश्नकाल चलता रहा कांग्रेस विधायकों की अनुपस्थिति में उनके प्रश्नों की गैरहाजरी लगी।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार से मांग की है कि बेरोजगारी व सराज और धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को सरकारी क्षेत्र में दी गई नौकरियों के संदर्भ में श्वेत पत्र जारी करे। क्या प्रदेश में केवल 2 विधानसभा क्षेत्र के लोगों के लिए ही सरकार में रोजगार के अवसर रह गए हैं। उन्होंने मांग की है कि सरकार ने इस संबंध में श्वेत पत्र नहीं लाया तो कांग्रेस अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। उनका कहना है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र सराज से और सरकार में नंबर दो मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर से 6 हजार लोगों को सरकारी क्षेत्र में रोजगार दिए गए हैं, जबकि प्रदेश के 66 विधानसभा क्षेत्रों को नजरअंदाज किया गया है।