हेमंत सोरेन एसआईटी गठित क्यों नहीं करते : भाजपा
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- सरकार गिराने की अटकलों पर भाजपा का तंज
झारखण्ड/राँची : हेमेंत सोरेन की सरकार गिराने की अटकलों को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। भाजपा ने हेमेंत सोरेन पर निशाना साधते हुए तीन लोगों की रिहाई करने की मांग की है।
- मजदूर और सब्जी बेचने वाले से था झारखण्ड सरकार को खतरा
सरकार गिराने की साजिश के मामले में शुरुआती साक्ष्यों पर विपक्ष के नेता और परिजन सवाल उठाने लगे हैं। विधायक की खरीद में महज दो लाख की बरामदगी की बात भी नहीं पच रही है। शनिवार को तीनों आरोपियों अभिषेक, अमित और निवारण के परिजन जेल भेजे जाने के बाद कोतवाली थाना पहुंचे।
निवारण के चचेरे भाई ने बताया कि उसका भाई बोकारो के डुंडीबाग बाजार में फल का ठेला लगाता है। उसका राजनीति से कोई वास्ता नहीं है। गुरुवार की रात बोकारो पुलिस रात एक बजे घर आयी और पूछताछ के लिए ले गयी। निवारण के भाई ने बताया है कि शुक्रवार की सुबह वह थाना गए तब बोले कि जांच चल रही है, रिपोर्ट नहीं आयी है।
वहीं गिरफ्तार अमित सिंह के पिता मदन सिंह ने बताया कि अमित बोकारो में बीएसएल में ठेका मजदूर है। मदन सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले उनके बोकारो सेक्टर दो स्थित क्वार्टर में पुलिस आयी और उठाकर ले आयी। इधर, रांची के अभिषेक दुबे की बहन भावना के मुताबिक, अभिषेक छोटी-मोटी ठेकेदारी ठेका का काम करता था। लेकिन अब वह राशन दुकान पर बैठता है। अभिषेक के परिजनों के मुताबिक, किसी विधायक के साथ वह हाल में दिल्ली गया था। लेकिन विधायकों की खरीद-फरोख्त जैसे मामलों से अभिषेक का कोई जुड़ाव नहीं है।
- साजिश पर सियासी हलचल
सरकार गिराने की साजिश के खुलासे के बाद सियासी गलियारे में हलचल शुरू हो गई है। पक्ष-विपक्ष दोनों ने अपने-अपने तरीके से इसका आकलन कर रहे हैं।
वहीं भाजपा नेताओं ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार के भीतर के लोगों का कही सब किया-धराया है। पूर्व सीएम और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी हेमंत ने कहा कि सरकार को इन लोगों को रिहा करना चाहिए और मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाना चाहिए।
- सरकार में शामिल दलों की ही साजिश तो नहीं : दीपक प्रकाश
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने सरकार गिराने की साजिश की खबरों को हास्यास्पद, तथ्यहीन, आधारहीन और शरारत पूर्ण बताया है। उन्होंने कहा छोटे-छोटे लोगों से सरकार गिराने की बात सत्तारूढ़ दलों के विधायकों की तौहीन है। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि कहीं यह साजिश सरकार में शामिल दलों की साजिश तो नहीं। उन्होंने इस मामले की जांच हाईकोर्ट के वर्तमान जज से कराने की मांग की।
- निशिकांत ने ली चुटकी
अब तो दो लाख में चार आदमी मिलकर विधायक खरीद रहे हैं। झारखण्ड में विधायकों की कीमत क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 10 हजार लगा दिया। बकरीद में तो बकरे की कीमत इससे कई गुना ज्यादा है। धन्य मुख्यमंत्री, धन्य विधायक, धन्य पुलिस।