प्रदेशस्तरीय वर्चुअल बैठक में सरकार के ख़िलाफ़ दिखी नाराज़गी
- मौन धारण कर ईश्वर से मृत आत्मा की शांति हेतु कामना की
पाकुड़ : झारखण्ड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, राँची के तत्वावधान में प्रदेशस्तरीय वर्चुअल बैठक आहूत की गई। उक्त बैठक की अध्यक्षता प्रदेश महासचिव रामरंजन कुमार सिंह ने की।
बैठक में राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में शैक्षणिक संस्थाओं को लॉकडाउन तक बंद किये जाने से उत्पन्न स्थिति पर गंभीर विचार-विमर्श की गई।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस कोविड 19 के कारण विगत 22 मार्च 2020 से प्रदेश के शिक्षण संस्थानों सहित समस्त विद्यालय को बंद हैं। निजी विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका एवं शिक्षिकेत्तर कर्मचारियों को विषम परिस्थितियों से गुजरना पड़ रहा है। विद्यालय का मकान किराया, विद्यालय-बस का मासिक किश्त, बिजली बिल एवं अन्य खर्चों का वहन करना असहनीय हो गया है।
इस हेतु दर्जनों पत्र सी एम ओ, पी.एम.ओ. एवं सम्बन्धित पदाधिकारी व अधिकारी सहित जनप्रतिनिधियों को दिया गया, जिलास्तरीय शांति मार्च, प्रमंडलस्तरीय शांति मार्च निकाला गया। पर किसी ने सब तक हमारी सुधि नहीं ली है।
उक्त लॉकडाउन में प्रदेश के हमारे अनेक विद्यालय संचालक, शिक्षक, शिक्षिका एवं शिक्षिकेत्तर कर्मचारियों पर कोरोना ने कहर ढाया और काल ने अपने गाल में समा लिया। उन सभी के असामयिक निधन से एसोसिएशन मर्माहत एवं आहत है। उनके प्रति वर्चुअल शोक सभा में एसोसिएशन की ओर से दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से उनके आत्मा की शांति हेतु कामना की गई।
उपस्थित समस्त पदाधिकारी एवं सदस्यों ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए अश्रुपूर्ण विनम्र श्रद्धांजलि दी गई एवं जो अभी भी कोरोना से पीड़ित है उनके अतिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की गई ।
उक्त बैठक में प्रो. के.के.महाबर, मनोज झा, सत्यजीत कृष्ण, बिवेकानन्द गुप्ता, ममता कुमारी, शशिकान्त गुप्ता, प्रेम कुमार केसरी, आकाश भगत, इरफान खान, शमीम अहमद, नरेश रवानी, दाँगी जी, ब्रज किशोर वर्मा, नकुल मंडल, मो. इकबाल, पुरुषोत्तम कुमार, ब्रजेश सिन्हा, विवेक मंडल, बासु सिन्हा, डॉ. प्रसन्जीत कुमार सहित दर्जनों प्राचार्य एवं निदेशक उपस्थित थे।