कब और कैसे बना रामसेतु ? अंडरवाटर रिसर्च से पता चलेगा, ASI ने दी पड़ताल की मंजूरी
रामसेतु पर कई तरह के शोध हुए हैं और कहा जाता है कि 15वीं शताब्दी तक इस पुल पर चलकर रामेश्वरम से मन्नार द्वीप तक जाया जा सकता था। रामसेतु का जिक्र रामायण काल में भी आपने सुना होगा। रामसेतु कितना पुराना है और इसका निर्माण कैसे हुआ था। रामसेतु कब और कैसे बना इसका पता लगाने के लिए अंडरवाटर रिसर्च प्रोजेक्ट को अनुमति दी गई है।
टाइम्स आफ इंडिया की खबर के अनुसार सरकार ने एक रिसर्च को मंजूरी दी है। इसका मकसद यह पता लगाना होगा कि आखिर रामसेतु बना कैसे?
भारतीय सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) के अंतर्गत आने वाले सेंट्रल एडवाइजरी बोर्ड ने एक अंडवाटर रिसर्च प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। ये रिसर्च राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक करेंगे। इस रिसर्च के माध्यम से रामसेतु से जुड़े कई अहम सवालों के जावब ढूंढने की कोशिश की जाएगी।